उल्लेखनीय है कि आरटीपीसीआर से अब तक जिले में 581 लोगों के सैंपलिंग की कार्रवाई की जा चुकी है। इनमें से 498 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है जिससे जिला अब तक कोरोना संक्रमण से बचा हुआ है। हालांकि अभी बड़ी संख्या में मजदूरों का आना बाकी है। जिससे जिले के लोगों में भी डर दिखने लगा है।
एक के बाद एक चोरी-छिपे ट्रेलर से उतरे 40 मजदूर, वीडियो वायरल होते ही अधिकारियों में मचा हड़कंप सीएमएचओ डॉ. एसआर बंजारे ने बताया कि दीगर प्रांत से मजदूर बस और पैदल यात्रा कर जिले में आ रहे हैं। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। जिनमें कुछ लक्षण नजर आ रहे हैं उनके फिर रैपिड किट और आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है ताकि सक्रमित मरीजों की पहचान हो सके। अब तक 559 लोगों के टेस्ट जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें से 498 की रिपोर्ट आ चुकी है, सभी निगेटिव है।
ट्रेनों से मजदूरों का आना होगा शुरु
जल्द से ट्रेनों से भी दीगर राज्यों में फंसे जिले के लोगों का आना शुरु हो जाएगा। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सैंपलिंग की संख्या बढ़ानी पड़ेगी। अब तक बसें, पैदल या अन्य माध्यम से ही लोग पहुंच रहे हैं। ट्रेनों से बड़ी संख्या में मजदूर लाए जाएंगे। सभी को चांपा रेलवे स्टेशन में ही उतारा जाएगा और वहां से सीधे उनके गांव भेजा जाएगा जहां गांव में बने क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिन रहेंगे। इसके बाद घर जा सकेंगे।
कोटा से लौटे 131 छात्र भी होम क्वारेंटाइन में
कोटा राजस्थान से लौटे जिले के 131 छात्र-छात्राओं की घर वापसी के बाद उन्हें भी होम क्वारेंटाइन किया गया है। यहां आने से पहले ही सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। विशेष निर्देशों के साथ उन्हें उन्हें पालकों को सौंपा गया।