इस दौरान झूमा झपटी में कई थाना प्रभारियों का स्टार गिर गया, तो किसी की टोपी फट गई। कई पुलिसकर्मियों के कपड़े भी फट गए। दोनों पक्षों के बीच झूमाझपटी इतनी हुई कि सैकड़ो पुलिसकर्मियों का पसीना बह गया। लगातार आधे घंटे की मशक्कत के बाद दोनों पक्ष शांत हुआ। युवक कांग्रेसियों ने उन्हें हटाने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया है। यदि वे नहीं हटे तो 10 दिन बाद अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। घेराव को लेकर पुलिस प्रशासन ने तहसील कार्यालय में तगड़ा बेरिकेट्स लगा दिया था। वहीं घेराव को देखते हुए पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम अजय उरांव के पास सौपा है।
READ MORE : गलत फीस वसूलने का आरोप लगाते हुए जीएनएम विद्यार्थियों ने किया हंगामा तहसील कार्यालय में जिनका पैसा उनका काम, तानाशाही रवैया, काम की पेंडेंसी, लोगों से दुव्र्यवहार सहित दर्जनों आरोप लगाते हुए जिला युवक कांग्रेसियों ने गुरुवार को तहसील कार्यालय का घेराव कर दिया। हमेशा विवादों में रहे तानाशाही रवैया अपनाने वाले तहसीलदार शशी चौधरी पर युवक कांग्रेसियों का गुस्सा फूट पड़ा। जिला प्रभारी युवक कांग्रेस संजीव शुक्ला, राष्ट्रीय सचिव संदीप बाल्मिकी, जिलाध्यक्ष प्रिंस शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ता गुरुवार की दोपहर तीन बजे तहसील कार्यालय पहुंचे और तहसीलदार शशी चौधरी को हटाने के मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय का घेराव कर दिया।
घेराव को असफल बनाने के लिए पुलिस व प्रशासन ने बल की पुख्ता इंतजाम किया था। जांजगीर एसडीएम अजय उरांव, एसडीओपी जितेंद्र चंद्राकर, सक्ती एसडीओपी अमित पटेल सहित आधा दर्जन टीआई व सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तहसील कार्यालय के सामने सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाया गया था। जैसे ही युवक कांग्रेसी तहसील कार्यालय पहुंचे पूरी पुलिस टीम उन्हें रोकने टूट पड़े, लेकिन भीड़ नहीं रुकी। इस दौरान तकरीबन आधे घंटे तक पुलिसकर्मियों व युवक कांग्रेसियों के बीच झूमाझटकी होती रही। बड़ी मुश्किल से झूमाझटकी का दौर थमा।
-तहसीलदार के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए युवक कांग्रेसियों ने गुरूवार को तहसील कार्यालय का घेराव किया है। मामले को लेकर विधिवत कार्रवाई की जाएगी और पूरी रिपोर्ट उपर दी जाएगी- अजय उरांव, एसडीएम जांजगीर