बार बार कहा जा रहा है कि कोरोना के जैसे लक्षण नजर आए तो तुरंत फीवर क्लीनिक में जाकर संपर्क किया जाए व इलाज करवाया जाए। लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम में कोरोना वायरस की तरह लक्षण सामने आने के बाद भी एक क्लीनिक में इलाज किया जा रहा था। इसके बाद जो हुआ वो यहां पढे़ं….
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रतलाम. बार बार कहा जा रहा है कि कोरोना के जैसे लक्षण नजर आए तो तुरंत फीवर क्लीनिक में जाकर संपर्क किया जाए व इलाज करवाया जाए। लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम में कोरोना वायरस की तरह लक्षण सामने आने के बाद भी एक क्लीनिक में इलाज किया जा रहा था। शहर के हाकिमवाड़ा क्षेत्र में निजी क्लीनिक पर सर्दी खांसी बुखार का उपचार करने पर कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर नानावरे द्वारा की गई है।
नवरात्रि से लेकर ईद, दीपावली को लेकर जारी हुए नए निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर ननावरे ने बताया कि कार्यालय में शिकायत प्राप्त हुई थी कि 32, हकीमवाड़ा पर स्थित निजी क्लीनिक में डॉक्टर जमील खान पिता इब्राहिम खान द्वारा कोरोना के संदिग्ध मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इसके बाद एसडीएम शिराली जैन एवं सीएमएचओ के निर्देश पर राजस्व विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की गई। कार्यवाही में नायब तहसीलदार नवीन गर्ग, हकीम बाड़ा डिस्पेंसरी की चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रचना पटेल, डीपीएम अजहर अली, औषधि निरीक्षक सारिका अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने मौके पर जाकर मामले की पड़ताल की।
रेलवे बंद करेगा 165 साल पूर्व की सुविधा जानकारी ली तो चौक गए अधिकारी मौके पर पहुंचकर दल द्वारा संबंधित चिकित्सक के पास उपलब्ध दवाइयों आदि की जानकारी ली गई तथा मौका पंचनामा बनाया गया। जब अधिकारी यहां पर जांच करने पहुंचे तो प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चिकित्सक तब भी कुछ मरीजों का उवचार कर रहा था। इसके बाद अधिकारी चौक गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपील की है की सर्दी खांसी बुखार सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण होने पर फीवर के लिए फीवर क्लिनिक में अपना उचित परीक्षण कराएं और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करें।