यह बात आरोपी के पुलिस रिमांड में सामने आई। घटना अनुसार विक्रमगढ़ में पत्नी की हत्या कर घर के पास खेत में बने नाले में गाढऩे को लेकर पुलिस ने पति को गिरफ्तार किया था और उसे न्यायालय में पेश किया था। जिस पर न्यायालय ने कय्युम को तीन दिन का पुलिस रिमांड दिया था जिसने पिता को भी अपराध में सहयोगी बताया। थाना प्रभारी सुरेंद्रसिंह गड़रिया ने बताया कि रिमांड पर कय्युम ने बताया कि पत्नी अपने रिश्तेदार से फोन पर बात करती थी, मेरे कई बार मना करने के बाद भी वो नहीं मान रही थी। 16 जनवरी को वो बात कर रही थी, मैंने मना किया तो वो विवाद करने लगी जिस पर मैंने गुस्से में उसका गला दबा दिया और उसकी मौत हो गई। उसकी मौत के बाद में घबरा गया और मैंने पिता को बताया। जिस पर पिता नबी खां के सहयोग से पत्नी शकीना को खेत के पास नाले में गाड़ दिया और उसकी ग़ुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी। कय्युम की जानकारी पर पुलिस ने उसके पिता नबी खंा को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की, जिस पर उसने भी अपराध स्वीकार किया। उसके पिता को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया हैं।
यह था मामला थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गड़रिया ने बताया कि 16 जनवरी को विक्रमगढ़ निवासी कय्युम पिता नबी खां ने थाने पर पहुंचकर पत्नी शकीला बी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि हम घर के सभी लोग 15 जनवरी को नागदा पारिवारिक कार्यक्रम में गए थे और रात्रि को 8 बजे इंटरसिटी से आए। घर पर मैं, मेरी पत्नी, आठ माह के बच्चे के साथ सो गए थे। सुबह 5 बजे जब मेरी नींद खुली तो मेरी पत्नी शकीना कमरे में नहीं दिखी। पुलिस ने गुमशुुदगी दर्ज कर मौका मुआयना किया तो घर के पास बने कुएं के पास में शकीना के कपड़े मिले जिस पर कुएं का पानी ख़ाली करवाया लेकिन शकीना नहीं मिली। फिर कय्युम से पूछताछ की जिस पर उसने बताया कि पत्नी बहन के देवर से बात करती थी, शायद वह उसके साथ भाग गई होगी, जिस पर हमने सलमान जो कि दावरखेड़ी मंदसौर रहता है, उसको बुलाकर पूछताछ की तो उसने ऐसी किसी बात से मना कर दिया। जिस पर हमें कय्युम पर शंका हुई और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब सच बता दिया।
चरित्र पर शंका थी पूछताछ में कय्युम ने बताया कि मेरी पत्नी सलमान से बात करती थी, मेरे मना करने के बाद भी वो नहीं मानती थी जिसको लेकर 15 जनवरी की रात लगभग 12 बजे विवाद हुआ और उसमें उसने शकीना का गला दबाकर उसे मार दिया और शव को कपड़े में लपेट कर, रस्सी से बांध कर घर के पीछे स्थित जगह पर शव को जमीन में गाढ़ दिया। पुलिस कप्तान अमित सिंह, एएसपी प्रदीप शर्मा, एसडीओपी धर्मवीरसिंह के मागदर्शन में कय्युम की निशानदेही पर उस जगह पर पुलिस टीम और एफएसएल टीम पहुंची वहां पर पहुंचने के बाद डिप्टी कलेक्टर कामनी ठाकुर के नेतृत्व में उस जगह की खुदाई की गई जिस पर खुदाई के बाद शकीना का शव बरामद किया। शव को शासकीय अस्पताल पहुंचा गया, जहां पर रतलाम से आई एफएसएल टीम के डॉक्टरों द्वारा पीएम किया गया। शव को शकीना के पिता शरीफ खान हाटपिपलिया को सौंप दिया। आरोपी पुलिस अभिरक्षा में है।