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मलेनी नदी दो महीने में सूख जाएगी

locationजावराPublished: Feb 17, 2018 05:36:48 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

– शहर को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ेगा

patrika
जावरा। शहर की जलापूर्ति के एकमात्र आधार स्तंभ मलेनी नदी पर स्थित बैराज में अप्रैल माह तक का ही पानी बचा है। ऐसे में ग्रीष्मऋतु आने से पहले ही शहर के लिए जलसंकट की घंटी बच गई है। हर साल की तरह इस बार भी मई-जून में शहर को जलसंकट से जूझना पड़ेगा।

नपा जलापूर्ति के नाम कर्मचारियों से लेकर बिलों का भुगतान से लेकर तमाम संसाधनों सहित करीब ढाई करोड़ रुपए प्रतिमाह इसके लिए खर्च करती है और जलकर के नाम से नपा की प्रतिमाह की आय ८० हजार की है। ऐसे में इतनी बड़ी राशि खर्च करने और तमाम संसाधन झोंक देने के बाद भी जलसंकट की स्थिति नहीं सुधर रही है। एक बार फिर गर्मी में नलकूप, हैंडपंप, निजी टंैकर और परिवहन के भरोसे शहर की प्यास बुझाने का काम होगा। बहादूरपूर में स्थित मलेनी नदी पर बने १३ फीट के बैराज में वर्तमान में मात्र ६ फीट ही पानी बचा है और नए बैराज के समीप बना पुराने बैराज भी पूरी तरह दिखने लगा है। हालंाकि सालभर भले ही नपा शहर को जलसंकट से स्थाई मुक्ति दिलाने के प्रयास भले ही न करें, लेकिन ग्रीष्मऋतु में जलसंकट की आहट के चलते डेढ़ करोड़ की योजना बनाकर तैयार कर ली गई है जो परिषद में स्वीकृति के लिए रखी जाएगी। इसमें ८० लाख तो परिवहन बाकी नलकूप सहित अन्य कामों के लिए है।
यह स्थिति में भी तब है जब कॉलोनियों से लेकर अन्य हिस्सों में सप्लाई नपा द्वारा नहीं की जाती है और एक दिन छोड़कर की जाती है। हर दिन और पूरे शहर में सप्लाई करने के मान से बैराज की क्षमता नहीं है और एक बैराज के अलावा कोई अन्य विकल्प भी नहीं है। फिर से शहर भले ही जलसंकट की मझधार में आकर खड़ा है, बावजूद नगर सरकार की नींद नहीं टूट रही है। टंकियों से लेकर अन्य तमाम संसाधन भी शहर की प्यास बुझाने के लिए पानी संग्रहण के स्रोत के अभाव में बोने साबित हो रहे हैं।
इस बार कम बारिश के चलते यह स्थिति बनी है। अप्रैल तक का पानी बैराज में बचा है। नपा ने ग्रीष्मऋतु में जलापूर्ति के लिए डेढ़ करोड़ की योजना बनाई है जो परिषद में रखेंगे। जलसंकट से निपटने के लिए परिषद में मुद्दा रखेंगे। इसमें होने वाले निर्णय के अनुसार काम किए जाएंगे। इसके अलावा सभी टंकियों के यहां समवेल बनाने की योजना है, जिससे पानी संग्रहित किया जा सकें।परिवहन से लेकर अन्य स्रोतों के माध्यम से शहर में जलापूर्ति करने का काम करेंगे।
– अशोक शर्मा, प्रभारी, सीएमओ, नपा, जावरा
प्रयास करेंगे
शहर की जनता को हरसंभव जलापूर्ति के लिए नपा कृतसंकल्पित है और लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराएंगे। जनता भी पानी का अपव्यय न करें।
-अनिल दसेड़ा, अध्यक्ष, नपा, जावरा

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