बेटे के साथ गया था बाजार, लाया था रस्सी
तपेश्वर राम अपनी पत्नी से अलग रह रहा था और उसके साथ उसका 10 वर्ष का बेटा रहता था। रविवार की शाम को तपेश्वर बेटे के साथ बाजार निकला था और उस दौरान वह किसी दुकान से रस्सी भी खरीदा था। अपने पिता को रस्सी खरीदते हुए देखकर उसने अपने पिता से पूछा भी कि ये रस्सी आप क्यों खरीद रहे हो। रविवार को बाजार करने के बाद दोनों पिता-पुत्र दरबारी टोली स्थित अपने किराए के मकान में आ गए। रविवार रात खाने के बाद लगभग १० बजे बेटे के सोने के बाद ही तपेश्वर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
बेटा सुबह उठा तो फांसी पर झूलता मिला पिता
सोमवार की सुबह लगभग साढ़े 7 बजे तपेश्वर का बेटा जब उठा तो उसे पिता का लाश फंदे पर लटकी मिली।
सुसाइड नोट में लिखा, जान देकर साबित करो बेगुनाही
पुलिस ने मौके पर पंहुच कर मामले की जांच शुरू की तो वहां सुसाइड नोट भी मिला। इसमें लिखा है, कि पत्नी अक्सर तपेश्वर से कहा करती थी कि तुम्हारे कहीं अवैध संबंध हैं। अगर नहीं हैं तो जान देकर साबित करो। इसलिए मैं अब जान दे रहा हूं।