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50 बिस्तरों का मदर चाइल्ड हॉस्पिटल आनन फानन में कराया गया शुरू

locationजशपुर नगरPublished: Apr 21, 2019 11:40:46 am

Submitted by:

Murari Soni

जिला अस्पताल की पुरानी ओटी में ऑपरेशन के बाद महिला मरीजों को वार्ड में किया जाता है शिफ्ट

50 beds started at Mother Child Hospital

50 बिस्तरों का मदर चाइल्ड हॉस्पिटल आनन फानन में कराया गया शुरू

जशपुरनगर. जिले वासियों को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा देने के लिए यहां सर्व सुविधायुक्त 50 बिस्तरों वाला मातृ शिशु अस्पताल आनन फानन में शुरु तो कर दिया गया है, लेकिन यहां के ऑपरेशन थियेटर में लेबर ओटी टेबल नहीं होने के कारण इस अस्पताल में सिजेरियन नहीं हो पा रहा है। सिजेरियन अभी भी जिला अस्पताल के पुराने ओटी में ही किया जा रहा है। इसके अलावा आज तक इस तीन फ्लोर वाले अस्पताल में लिफ्ट भी नहीं लग सका है।
शहर के जिला चिकित्सालय की ओपीडी के पीछे 50 बिस्तर महिला एवं शिशु वार्ड का लाभ मोटे तौर पर अब मिलने लगा है। इस अस्पताल के शुरु होने के बाद जिला अस्पताल के चार-पांच डॉक्टर्स की ओपीडी वहीं शिफ्ट कर दी गई है। साथ ही जिला पोषण एवं पुनर्वास केंद्र को भी वहां शिफ्ट किया जा चुका है। शासन की ओर से अस्पताल की इस बिल्डिंग का निर्माण सीजीएमएससी के द्वारा कराया गया है। तीन फ्लोर में बने इस भवन में सुविधानुसार आपरेशन थियेटर से लेकर लेबर कक्ष व अन्य भी निर्माण कराया गया है। इस वार्ड में महिला व बच्चों के इलाज के लिए एक मेजर आपरेशन थियेटर, 1 माइनर आपरेशन थियेटर, तीनों फ्लोर में एक-एक ड्यूटी रुम, 1 आब्जर्वेशन रूम, 1 लेबर रुम, 1 पोस्ट लेबर रुम, 1 प्री लेबर रुम, 1 जनरल वार्ड, 1 एसएनसीयू रुम के साथ-साथ मेल वार्ड भी बनाया गया है। लेकिन ऑपरेशन थियेटर बनने के बाद भी यहां अब तक लेबर ओटी टेबल नहीं लग सका है। जिसके कारण अभी भी सिजेरियन जिला अस्पताल में ही किए जा रहे हैं। बताया जाता है कि लेबर ओटी टेबल एनएचएम से खरीदना है, लेकिन वह इसे खरीदने में अपनी रुचि नहीं दिखा रहा है। साथ ही अस्पताल में अब तक लिफ्ट व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाया।
सेटअप के अनुसार नहीं आए स्टाफ भी : एमसीएच में अलग से विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित करीब 40 स्टाफ का सेटअप है। पर इस सेटअप के अनुसार डॉक्टर्स और कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। मजबूरी में इस अस्पताल का जिला अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टर्स के द्वारा ही संचालन किया जा रहा है। ऐसे में जिस उद्देश्य और मंशा से यह एमसीएच बनाए वह पूरा होता नजर नहीं दिख रहा है।
आनन फानन में कर दिया गया शुरू : जिला अस्पताल के पीछे एमसीएच भवन का निर्माण किया गया है। इस भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हुए बीना ही आनन फानन में इसे प्रारंभ करवा दिया गया है। जिसके कारण यहां आने वाले मरीज और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस भवन में अभी तक लिफ्ट की सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को सीढ़ी के माध्यम से ही अस्पताल में फस्ट और सेकेण्ड फ्लोर तक जाना पड़ रहा है और मरीजों को सीढ़ी के माध्यम से ही आना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि इस भवन को प्रारंभ करना ही था तो इसे पूर्ण हो जाने देना था उसके बाद ही इसे प्रारंभ करना था ताकि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
&लेबर ओटी टेबल एनएचएम के माध्यम से खरीदा जाना है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में सिजेरियन में कोई परेशानी नहीं है। जिला अस्पताल के ओटी में सफलतापूर्वक सिजेरियन हो रहा है।
डॉ अनुरंजन टोप्पो, आरएमओ, जिला अस्पताल
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