जशपुर के श्रम निरीक्षक को 40 हजार का रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
जशपुर नगरPublished: Oct 14, 2019 08:29:52 pm
सोमवार शाम को जशपुर के श्रम कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापामार करवाई करते हुए जशपुर के श्रम निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
जशपुर के श्रम निरीक्षक को 40 हजार का रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
जशपुर नगर. सोमवार शाम को जशपुर के श्रम कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापामार करवाई करते हुए जशपुर के श्रम निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को श्रम निरीक्षक को न्यायालय में पेश किया जाएगा। श्रम निरीक्षक ने एक संस्था को रुपए का भुगतान करने के लिए उससे 1 लाख रिश्वत की मांग की थी।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार श्रम कार्यालय में पदस्थ श्रम निरीक्षक सुरेश कुमार कुर्रे के द्वारा बगीचा में संचालित छत्तीसगढ़ अभिनंदन एजूकेशनल एवं सोशल वेलफेयर सोसायटी के संचालक से मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन की ट्रेनिंग का पैसा निकालने के लिए संस्था के संचालक नरेश यादव से 10 लाख 90 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। श्रम निरिक्षक के द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने के बाद नरेश यादव ने उसे एक साथ इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थता जाताए जाने पर रिश्वत की राशि को किस्तों में देने की बात हो गई थी। रिश्वत की राशि को किस्तों में लेने की बात फायनल हो जाने के बाद नरेश यादव ने सोमवार को सुरेश कुर्रे को रिश्वत का प्रथम किस्त 40 हजार रुपए देने के लिए जिला मुख्यालय स्थित श्रम कार्यालय में पंहुचा था। सोमवार की शाम लगभग 5 बजे नरेश यादव ने कार्यालय में पंहुच कर सुरेश कुर्रे को 40 हजार रुपए दे दिया। रमेश यादव के द्वारा रिश्वत की राशि देने के साथ ही बिलासपुर से अाई एंटी करप्श्न ब्यूरो की टीम ने कार्यालय में दबीश देकर श्रम निरीक्षक को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया। श्रम निरीक्षक को गिरफ्तार करने में एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर की टीम में डीएसपी शैलेंद्र पांडेय, इंसपेक्टर प्रमोद खेस,सब इंस्पेक्टर विनोद भास्कर,आरक्षक अमित कुमार नट,वेदराम सिन्हा शामिल थे। वहीं इस पूरी कार्रवाई के दौरान डिप्टी कलेक्टर चेतन साहू भी उपस्थित थे। श्रम कार्यालय में एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर की टीम ने लगभग डेढ़ घंटे तक कार्रवाई की है।एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के द्वारा गिरफ्तार किउ गए श्रम निरीक्षक सुरेश कुर्रे ने कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। सुरेश कुर्रे ने बताया कि नरेश यादव ने 320 युवाओं को ट्रेनिंग देने में भारी फर्जीवाड़ा किया है जिसकी जांच भी चल रही है। जांच को प्रभावित करने के लिए साजिश के तहत उसके द्वारा मुझे फंसाया गया है। सुरेश कुर्रे ने बताया कि नरेश यादव उससे 40 हजार रुपए उधार में लिया था और उधार के पैसे को रिश्वत का पैसा बताकर फंसाया गया है।