जकरबर्ग ने दावा किया कि इंटरनेट.ओआरजी के जरिये फेसबुक ने दुनियाभर में बहुत-से लोगों की जिदंगी में सुधार किया है।
जकरबर्ग ने दावा किया कि इंटरनेट.ओआरजी के जरिये फेसबुक ने दुनियाभर में बहुत-से लोगों की जिदंगी में सुधार किया है।
उन्होंने आगे लिखा, ‘भारत को इससे जोडऩा बेहद महत्वपूर्ण लक्ष्य है, क्योंकि यहां एक अरब से भी ज़्यादा लोग हैं, जिनकी पहुंच इंटरनेट तक नहीं है। इन लोगों को साथ जोड़ लेने से उन्हें गरीबी से मुक्ति दिलाने में मदद मिलेगी, लाखों नौकरियां पैदा होंगी तथा शिक्षा के अवसरों का विस्तार होगा, और यही वजह है कि हम इन्हें साथ जोडऩे के लिए कटिबद्ध हैं…।Ó
नेट न्यूटै्रलिटी को लेकर भारत के फैसले पर फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने निराशा जाहिर की। लेकिन उन्होंने कहा कि वह भारत सहित दुनियाभर में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रतिबंधों को खत्म करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जकरबर्ग ने टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए फेसबुक पर एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, हम फैसले से निराश हैं, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर बताना चाहूंगा कि हम प्रतिबद्ध हैं। इंटरनेट डॉट ओआरजी ने कई पहल की हैं और हम इसके लिए प्रयास करते रहेंगे। जब तक हर व्यक्ति की पहुंच इंटरनेट तक ना हो जाए। हम चाहते हैं कि हर क्षेत्र में इंटरनेट पहुंचे।
ट्राई ने अलग इंटरनेट चार्ज पर रोक लगाई
ट्राई ने अलग-अलग इंटरनेट चार्ज के लिए जोरदार अभियान चला रही फेसबुक और दूसरी कंपनियों को करारा झटका देते हुए नेट न्यूट्रैलिटी को बरकरार रखने की घोषणा की। उसने इंटरनेट के चार्ज में भेदभाव करने से कंपनियों को रोकने का आदेश दिया है। इससे पहले विशेषज्ञों ने फेसबुक के फ्री बेसिक सेवा की काफी आलोचना की और कहा था कि इससे इंटरनेट तक लोगों की आसान पहुंच पर लगाम लग जाएगी।
भारत को जोडऩा महत्वपूर्ण लक्ष्य
जकरबर्ग ने दावा किया कि इंटरनेट.ओआरजी के जरिये फेसबुक ने दुनियाभर में बहुत-से लोगों की जिदंगी में सुधार किया है। उन्होंने आगे लिखा, ‘भारत को इससे जोडऩा बेहद महत्वपूर्ण लक्ष्य है, क्योंकि यहां एक अरब से भी ज़्यादा लोग हैं, जिनकी पहुंच इंटरनेट तक नहीं है। इन लोगों को साथ जोड़ लेने से उन्हें गरीबी से मुक्ति दिलाने में मदद मिलेगी, लाखों नौकरियां पैदा होंगी तथा शिक्षा के अवसरों का विस्तार होगा, और यही वजह है कि हम इन्हें साथ जोडऩे के लिए कटिबद्ध हैं…।Ó