यह है मामला
मामला जिले के कांसाबेल तहसील के ग्राम पंचायत दोकड़ा का है। इस पंचायत में कमीश्नर इमील लकड़ा के प्रवास के दौरान ग्रामीणों ने शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत करते हुए जांच की मांग की थी जिसमें जयनंदन चौधरी भी शामिल हैं। इस पर कमीश्नर ने अपने स्तर पर इस मामले की जांच करा कर 13 जनवरी को एक आदेश जारी कर कलेक्टर को कार्रवाई का आदेश दिया है। इस पत्र के मुताबिक ग्राम पंचायत दोकड़ा में वर्ष 2014-15 से अब तक स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण में 34 लाख 38 हजार 61 रुपए और स्वच्छता अभियान के तहत कचरा पेटी खरीदी में 60 हजार रुपए का गबन किया गया है। इसी तरह स्ट्रीट लाइट निर्माण में 3 लाख 55 हजार रुपए की गड़बड़ी की गई है। कमिश्नर के आदेश के मुताबिक स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत की एक समिति के माध्यम से जांच कराया गया था। इस जांच में पंचायत में 38 लाख 54 हजार रूपए के गबन की पुष्टि हुई है। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर ने तात्कालीन व वर्तमान सरपंच चंद्रकला भगत, पंचायत सचिव जागेश्वर दास, भूपेन्द्र यादव के खिलाफ गबन किए गए इस रकम की वसूली और थाने में एफआईआर दर्ज किए जाने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सरपंच ने लगाए कमिश्नर पर आरोप
38 लाख रुपए गबन किए जाने की प्रमुख आरोपी बनाए जाने के बाद सरपंच चंद्रकला भगत ने सरगुजा संभाग के कमिश्नर इमिल लकड़ा पर व्यक्तिगत निशाना साधकर जांच पड़ताल कराने और कार्रवाई कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे दोकड़ा के ही रहने वाले हैं और राजनीति से प्रेरित होकर मेरे खिलाफ जांच कराकर कानूनी कार्रवाई करा रहे हैं। वे मेरा राजनीति करियर खत्म करना चाहते हैं। सरपंच द्वारा कमिश्नर के खिलाफ आरोप लगाए जाने पर मामला और अधिक तूल पकड़ता जा रहा है।
Click & Read More Chhattisgarh News.