जशपुर जिले में मनरेगा के कार्यांे में खुलकर दिया गया है भ्रष्टाचार को अंजाम
जशपुर नगरPublished: Jan 08, 2023 11:43:37 pm
गड़बड़ी : शासन-प्रशासन को की गई शिकायतों के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई


ऐसा ही एक अनुपयोगी पुलिया।
जशपुरनगर. जिले में विकास के नाम पर मनरेगा के अंतर्गत किए गए कार्यो में खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। वहीं ऐसे कई कार्यो की शासन-प्रशासन से शिकायत किए जाने के बावजूद भी ना तो कभी कोई कार्रवाई की गई और ना ही किसी प्रकार की जांच हुई है। जशपुर जिले में मनरेगा योजना के अंतर्गत पूर्व में ऐसी जगहों पर पुल का निर्माण कर दिया गया, जिसकी न तो कोई आवश्यक्ता थी और न ही उसकी कोई उपयोगिता। जिले भर में इसकी बारीकी से पड़ताल की जाए, तो जिले में मनरेगा से हुए करोड़ो रुपए की राशि पास कर ऐसे पुल पुलिया बनाने का मामला उजागर हो सकता है, जो किसी काम के नहीं है। इससे सीधे सीधे पैसों का दुरूपयोग हुआ है और जो निर्माण हुए वे भी बिना काम के। जिले के फरसाबहार विकास खंड में कई पंचायतों में पांच वर्ष पूर्व ऐसे पुलियों का निर्माण कर 50 लाख रुपए से भी अधिक की राशि का दुरूपयोग पंचायतों ने किया। वहीं जशपुर विकासखंड में ऐसे पुलियों का निर्माण किया गया है जो लाखों रुपए के हैं और उनका अब किसी तरह का कोई उपयोग ही नहीं है। पांच वर्ष पूर्व मनरेगा के अंतर्गत लाखों रुपए खर्च कर पुल तो बना दिया गया, लेकिन आवागमन के नाम पर पगडंडी तक नहीं है। पगडंडी तो दूर, पंचायत सीमा क्षेत्र तक एक भी मकान नहीं है। जिनके लिए सडक़ की आवश्यकता हो। पुलिया निर्माण भी ऐेसी जगह किया गया है, जहां इसका कोई महत्व नहीं है। बरसात के दिनों में भी पुल से इतना पानी नहीं निकलता, जितना एक मकान से निस्तार का पानी निकलता हो। विकासखंड फरसाबहार के ग्राम पंचायत झारमुंडा के पावर हाउस तालाब से पूर्व की ओर प्राधिकरण मद से 5 लाख रुपए की लागत से वर्ष 2013 में पुलिया बनाया गया है। इसी तरह तामामुुंडा से बरहाटुकु जाने वाले मार्ग जहां तामामुुंडा मुख्य मार्ग से पुलिया तक जाने का रास्ता ही नहीं है। ग्राम पंचायत बाबूसाजबहार के कुम्हारपारा से बेलडांड़ की और जाने वाले मार्ग में बनी पुलिया तक पहुंचने के लिए भी सडक़ निर्माण नहीं किया गया है। जशपुर में भी दरबारीटोली के पीछे खेतों में भी तीन से चार पुलियों का निर्माण किया गया है। जिसका कोई औचित्य ही नहीं है। इन सभी पुलियों में 5 लाख की लागत राशि आना बताया जाता है।