scriptपेंड्रा-गौरेला-मरवाही के अलावा इन्हें भी थी जिला बनने की उम्मीद, नहीं हुआ घोषणा तो अब मांग हुयी तेज | Demand for making Pathalgaon a district has increased | Patrika News

पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के अलावा इन्हें भी थी जिला बनने की उम्मीद, नहीं हुआ घोषणा तो अब मांग हुयी तेज

locationजशपुर नगरPublished: Aug 21, 2019 06:08:37 pm

Submitted by:

Saurabh Tiwari

Chhattisgarh new district: पी.सी.सी सचिव ने पत्थलगांव की महिलाओं का लिया समर्थन

पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के अलावा इन्हें भी थी जिला बनने की उम्मीद, नहीं हुआ घोषणा तो अब मांग हुयी तेज

पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के अलावा इन्हें भी थी जिला बनने की उम्मीद, नहीं हुआ घोषणा तो अब मांग हुयी तेज

पत्थलगांव. cg new district 2019 छत्तीसगढ मे भाजपा के तीन कार्यकाल के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार से शहर के लोगो को पत्थलगांव जिला बनने की काफी उम्मीद थी, पर स्वतंत्रता दिवस के दिन पेंड्रा गौरेला का नाम जिला बनाने की पंक्ति मे आगे आ गया इसके अलावा दूर-दूर तक पत्थलगांव को जिला बनाने का नाम तक नही था, शहर का नाम सूची से गायब होता देख अब नागरिको के अलावा आठ बार विधायक रहे रामपुकार सिंह की पुत्री व पी.सी.सी की सचिव आरती सिंह ने भी कमर कस ली है।
मंगलवार को पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग करते हुए उन्होंने वार्डो की महिलाओ का समर्थन हासिल किया। उनके द्वारा वार्ड क्रमांक 2 की सैकड़ो महिलाओं का समर्थन प्राप्त किया गया। उनका कहना है कि शहर के नागरिक हमेंशा जिला बनाने की मांग का समर्थन करते आए है, पर हर बार इनकी आशा निराशा मे बदल जाती है। इससे पूर्व भी शहर का नाम जिला बनने की सूचि मे आ चुका है, पर किन्हीं कारणो से शहर के लोग ही बार छले जाते रहे हैं। आरती सिंह ने कहा कि अब यहां के लोग जिले की मांग को लेकर एक जुट होने लगे हैं।
हर दृष्टि से उपयुक्त है मांग : विधायक पुत्री व पी.सी.सी महिला प्रकोष्ठ की सचिव आरती सिंह ने कहा कि शहर का नाम जिले की सूचि से गायब होने के बाद यहां के लोग एक बेचैनी की स्थिति से गुजर रहे है। इनका कहना था कि जनसंख्या एवं भौगोलिक सरंचना को देखते हुए शहर को जिला बनाना बेहद आवश्यक है। उन्होंने जशपुर जिले का सबसे बड़ा व्यापारिक केन्द्र का दर्जा शहर को देकर इसे जिला बनाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना है।

बुनियादी सुविधाओं से भी पत्थलगांव वंचित : शहर के लोग हमेंशा अपनी बुनियादी सुविधाओ के लिए जनप्रतिनिधियों का मुंह ताकते आए हैं। वर्तमान परिवेश की बात करें तो सडक़ बिजली पानी के अलावा अनेक प्रकार की असुविधाओ का सामना लोगो को करना पड़ रहा है। यहां के लोगो की मानें तो जिला की पंक्ति मे शहर का नाम आने से मुलभूत सुविधाओं की आकांक्षा पूरी हो सकती थी, पर हर बार उनकी मांग अधूरी रह जाती है। प्रदेश कांग्रेस की महिला सचिव आरती सिंह ने अब लोगो की तकलीफ के साथ खुद को खड़े रहने का आव्हान किया है। इनका कहना है कि शहर जिला बनाने की हर एक कसौटी पर खरा उतरने का काबिल है, अब शहर को जिला का दर्जा ना मिलना बेहद दुर्भाग्यजनक है। इन्होने जिला बनाने की मुहिम को आगे और तेज करने की बात कही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो