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जशपुर के निवासियों को पेयजल की बड़ी समस्या का करना पड़ सकता है सामना

locationजशपुर नगरPublished: Jan 16, 2018 01:35:36 pm

Submitted by:

Amil Shrivas

एनीकट के बहने के बाद सुधार का काम भी अटका, ग्राउण्ड लेबल तक ही पहुंचा निर्माण कार्य

jashpur nagar
जशपुरनगर. जशपुर नगरपालिका क्षेत्र के २० वार्डों में निवासरत ३० हजार जनता को पेयजल आपूर्ति किए जाने के उद्देश्य से १४ करोड़ की जल आवर्धन योजना के तहत ७.२९ करोड़ कल लागत से लावा नदी में बनाया गया एनीकट बह जाने और उसके बाद आज तक पेयजल सप्लाई सुचारू ना हो पाने और घटिया एनिकट निर्माण कार्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तमाम शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई ना होने को लेकर जन आक्रोश भड़कता जा रहा है।
याद हो कि लावा नदी पर बने घटिया एनिकट निर्माण कार्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जशपुर की जनता और प्रदेश के पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत ने इस मामले को लेकर प्रदेश के सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की थी। उस समय जिला कलक्टर प्रियंका शुक्ला के छुट्टी में होने की वजह से सीनियर डिप्टी कलक्टर आरएस तिवारी को जशपुर की जनता ने मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होने कहा कि जशपुर नगर पालिका में निवासरत ३० हजार जनता को पेयजल आपूर्ति के लिए ३० साल तक आपूर्ति किए जाने की योजना बनाई गई और इसके लिए १४ करोड़ रुपए की स्वीकृति शासन की ओर से दी गई। योजना के तहत पानी टंकियों का निर्माण किया गया, जिसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठ गया और ७.२९ करोड़ की लागत से लावा नदी में एनीकट का निर्माण कराया गया। एनीकट का इसी वर्ष २७ जनवरी को मुख्यमंत्री रमन सिंह के हाथों उद्घाटन कराया गया। लेकिन उद्घाटन के ६ महीने बाद ही पहली बारिश में करोड़ों का एनीकट बह गया। पूर्व मंत्री गणेश राम ने एनीकट बहने का कारण गुणवत्ताहीन निर्माण बताया है और उन्होने निर्माण कार्य में शामिल जिम्मेदार अधिकारियों, इंजीनियरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान नगर पालिका क्षेत्र की जनता भी उपस्थित रही, जिनका पूरा परिवार जल आवर्धन की योजना पर पानी के लिए रोजाना आश्रित है।
पाइप लाइन पर संशय- गुणवत्ताहीन एनीकट निर्माण की पोल खुलने के बाद जशपुर की जनता ने पेयजल टंकियों के जरिए लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिए जमीन के भीतर स्थापित की गई पाइप लाइन में भी सवाल खड़ा कर उसकी भी जांच कराने की मांग कर दी है। जनता का कहना है कि जिस तरह एनीकट नदी के पानी के बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पाया उसी प्रकार गुणवत्ताहीन पाइप लाइन पानी के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पाती है। जिससे की आए दिन पाइप लाइन फटने की समस्या सामने आती है। एनीकट निर्माण की जांच के साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पाइप लाइन की भी जांच कराने की मांग की है।
एरिगेशन और पीएचई पर भ्रष्टाचार के आरोप – जशपुर नगरपालिका क्षेत्र की जनता के साथ डिप्टी कलक्टर तिवारी को ज्ञापन सौंपने कलक्टोरेट पहुंचे पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम ने कहा कि गुणवत्ताहीन एनीकट निर्माण में पूरी तरह जल संसाधन विभाग (एरिगेशन) की संलिप्तता से भ्रष्टाचार होने की स्थिति स्पष्ट हो गई है। इसी तरह लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(पीएचई) की संलिप्तता से पाइप लाइन के कार्य में बड़ा घोटाला किया गया है।
सौंपे गए ज्ञापन में शासकीय राशि के बंदरबांट करने लगाए आरोप – कृषि मंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में जशपुर की जनता ने आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि टैक्स के रूप में दिए गए हमारे पैसों को ही सरकार विकास पर खर्च करती है। करोड़ों रुपए की योजना बनाकर पैसों का आवंटन विभाग को दिया जाता है और उक्त पैसे का सही इस्तेमाल कर गुणवत्ता के साथ काम कराने के लिए इंजीनियरों की नियुक्त किया जाता है। लेकिन एनीकट का बह जाना जनता के पैसों के बंदरबांट की तस्वीर को दिखाता है। जनता के पैसों का हिसाब एनीकट बनाए जाने वाले अधिकारियों से लिया जाना चाहिए। जितनी लागत से एनीकट का निर्माण कराया गया है, उतनी राशि उक्त कार्य में खर्च किया गया है या नहीं इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानून कार्रवाई होनी चाहिए।
गर्मी में निर्मित होगी बड़ी समस्या- बरसात के दिनो में सभी जल स्त्रोतों में लबालब पानी होने की वजह से जल संकट का अहसास वर्तमान में किसी को भी नहीं है। लेकिन गर्मी की शुरूआत होते ही जल संकट की विकराल स्थिति को गुजरने की नौबत जशपुर जिला मुख्यालय में बन सकती है। समय रहते सुधार नहीं किए जाने और पानी का पूरी तरह से भराव एनीकट में नहीं होने पर विकराल जल संकट की हालत निर्मित होगी। आगामी समस्याओं से घबराई जशपुर की जनता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों के भारी विरोध के बाद जिला प्रशासन की ओर से जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिए महिनो गुजर गए पर पूरे मामले में जांच के बाद क्या निकला यह भी किसी को नहीं मालूम है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।

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