पाइप लाइन पर संशय- गुणवत्ताहीन एनीकट निर्माण की पोल खुलने के बाद जशपुर की जनता ने पेयजल टंकियों के जरिए लोगों के घरों तक पहुंचाने के लिए जमीन के भीतर स्थापित की गई पाइप लाइन में भी सवाल खड़ा कर उसकी भी जांच कराने की मांग कर दी है। जनता का कहना है कि जिस तरह एनीकट नदी के पानी के बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पाया उसी प्रकार गुणवत्ताहीन पाइप लाइन पानी के दबाव को बर्दाश्त नहीं कर पाती है। जिससे की आए दिन पाइप लाइन फटने की समस्या सामने आती है। एनीकट निर्माण की जांच के साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पाइप लाइन की भी जांच कराने की मांग की है।
एरिगेशन और पीएचई पर भ्रष्टाचार के आरोप – जशपुर नगरपालिका क्षेत्र की जनता के साथ डिप्टी कलक्टर तिवारी को ज्ञापन सौंपने कलक्टोरेट पहुंचे पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम ने कहा कि गुणवत्ताहीन एनीकट निर्माण में पूरी तरह जल संसाधन विभाग (एरिगेशन) की संलिप्तता से भ्रष्टाचार होने की स्थिति स्पष्ट हो गई है। इसी तरह लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(पीएचई) की संलिप्तता से पाइप लाइन के कार्य में बड़ा घोटाला किया गया है।
सौंपे गए ज्ञापन में शासकीय राशि के बंदरबांट करने लगाए आरोप – कृषि मंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में जशपुर की जनता ने आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि टैक्स के रूप में दिए गए हमारे पैसों को ही सरकार विकास पर खर्च करती है। करोड़ों रुपए की योजना बनाकर पैसों का आवंटन विभाग को दिया जाता है और उक्त पैसे का सही इस्तेमाल कर गुणवत्ता के साथ काम कराने के लिए इंजीनियरों की नियुक्त किया जाता है। लेकिन एनीकट का बह जाना जनता के पैसों के बंदरबांट की तस्वीर को दिखाता है। जनता के पैसों का हिसाब एनीकट बनाए जाने वाले अधिकारियों से लिया जाना चाहिए। जितनी लागत से एनीकट का निर्माण कराया गया है, उतनी राशि उक्त कार्य में खर्च किया गया है या नहीं इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानून कार्रवाई होनी चाहिए।
गर्मी में निर्मित होगी बड़ी समस्या- बरसात के दिनो में सभी जल स्त्रोतों में लबालब पानी होने की वजह से जल संकट का अहसास वर्तमान में किसी को भी नहीं है। लेकिन गर्मी की शुरूआत होते ही जल संकट की विकराल स्थिति को गुजरने की नौबत जशपुर जिला मुख्यालय में बन सकती है। समय रहते सुधार नहीं किए जाने और पानी का पूरी तरह से भराव एनीकट में नहीं होने पर विकराल जल संकट की हालत निर्मित होगी। आगामी समस्याओं से घबराई जशपुर की जनता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों के भारी विरोध के बाद जिला प्रशासन की ओर से जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिए महिनो गुजर गए पर पूरे मामले में जांच के बाद क्या निकला यह भी किसी को नहीं मालूम है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
एरिगेशन और पीएचई पर भ्रष्टाचार के आरोप – जशपुर नगरपालिका क्षेत्र की जनता के साथ डिप्टी कलक्टर तिवारी को ज्ञापन सौंपने कलक्टोरेट पहुंचे पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम ने कहा कि गुणवत्ताहीन एनीकट निर्माण में पूरी तरह जल संसाधन विभाग (एरिगेशन) की संलिप्तता से भ्रष्टाचार होने की स्थिति स्पष्ट हो गई है। इसी तरह लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग(पीएचई) की संलिप्तता से पाइप लाइन के कार्य में बड़ा घोटाला किया गया है।
सौंपे गए ज्ञापन में शासकीय राशि के बंदरबांट करने लगाए आरोप – कृषि मंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में जशपुर की जनता ने आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि टैक्स के रूप में दिए गए हमारे पैसों को ही सरकार विकास पर खर्च करती है। करोड़ों रुपए की योजना बनाकर पैसों का आवंटन विभाग को दिया जाता है और उक्त पैसे का सही इस्तेमाल कर गुणवत्ता के साथ काम कराने के लिए इंजीनियरों की नियुक्त किया जाता है। लेकिन एनीकट का बह जाना जनता के पैसों के बंदरबांट की तस्वीर को दिखाता है। जनता के पैसों का हिसाब एनीकट बनाए जाने वाले अधिकारियों से लिया जाना चाहिए। जितनी लागत से एनीकट का निर्माण कराया गया है, उतनी राशि उक्त कार्य में खर्च किया गया है या नहीं इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानून कार्रवाई होनी चाहिए।
गर्मी में निर्मित होगी बड़ी समस्या- बरसात के दिनो में सभी जल स्त्रोतों में लबालब पानी होने की वजह से जल संकट का अहसास वर्तमान में किसी को भी नहीं है। लेकिन गर्मी की शुरूआत होते ही जल संकट की विकराल स्थिति को गुजरने की नौबत जशपुर जिला मुख्यालय में बन सकती है। समय रहते सुधार नहीं किए जाने और पानी का पूरी तरह से भराव एनीकट में नहीं होने पर विकराल जल संकट की हालत निर्मित होगी। आगामी समस्याओं से घबराई जशपुर की जनता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों के भारी विरोध के बाद जिला प्रशासन की ओर से जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिए महिनो गुजर गए पर पूरे मामले में जांच के बाद क्या निकला यह भी किसी को नहीं मालूम है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।