हाथी के हमले में 17 साल की किशोरी की मौत, मां और छोटी बहन घायल
जशपुर नगरPublished: Jun 02, 2019 08:10:31 am
भय का बना है माहौल : पिछले एक सप्ताह में हाथी के हमले में दूसरी मौत
हाथी के हमले में 17 साल की किशोरी की मौत, मां और छोटी बहन घायल
जशपुरनगर/साहीडांड़. जिले में इन दिनों हाथी का आतंक बदस्तूर जारी है आए दिन हाथी किसी ना किसी गांव में आ धमक रहे हैं। बीती रात हाथी के हमले से एक 17 वर्षीय किशोरी की जान चली गई। वहीं पिछले एक सप्ताह में हाथी से मौत का यह दूसरा मामला है। बादलखोल से लगे गांव में इस हादसे को लेकर लोग दहशत में हैं। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि बादलखोल अभयारण्य के कर्मचारी अपने कार्यक्षेत्र से आए दिन नदारद रहते हैं, जिससे हाथी की सूचना ग्रामीणों को नहीं मिल पाती है।
मामला नारायणपुर गेम रेंज के बादलखोल अभयारण्य से लगे गांव रमसमा सिकटाटोली की है। शुक्रवार को सुखदेव अपने घर में धान उबाल कर सुखाने के लिए रखा हुआ था, जिसकी महक पाकर रात्रि 11 बजे के आसपास हाथी उसे खाने के लिए घर का दरवाजा तोड़कर उसके घर में घुस गया था। रात में सुखदेव अपनी दुकान में सोने चला गया था। घर पर उसकी पत्नी मुन्नी बाई, 17 साल की बेटी ललिता और 7 साल की बेटी वर्षा सो रहे थे। हाथी के आने की आवाज सुन वर्षा की नींद खुली और उसने शोर मचाना शुरू कर दिया था।
तीनों को पटका हाथी
महिला दोनों बेटियों के साथ घर के पिछले दरवाजे से भागी। तभी हाथी पीछे की ओर आ गया। उसने महिला को सूंढ़ से उठाकर एक बार पटक दिया। अपनी मां को बचाने के लिए दोनों बेटियां रूकी तो हाथी आगे बढ़ा और दोनों बहनों को सूंढ़ में लपेट लिया। हाथी ने इस बार सूंढ़ ज्यादा उठा बिना ही इन्हें जमीन पर पटका। इस बीच 7 वर्षीय वर्षा वहां से उठकर भाग निकली। भागने के दौरान वह एक गड्ढे में गिर गई जिससे उसकी जान बच गई। वहीं १७ वर्षीय ललीता को हाथी ने दूसरी बार सूंढ़ से उठा कर पटक दिया। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गई थी। तीनों के घायल होने के बाद परिजनों ने एम्बुलेंस मंगाकर रात में ही तीनों को बगीचा अस्पताल में भर्ती किया। जहां ललिता को अंदरूनी व बाहरी चोट अधिक होने से रात्रि 2 बजे के आसपास इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं 2 लोगों का इलाज चल रहा है जो अब खतरे से बाहर हैं। डॉ. व्ही बाखला ने बताया कि चोट काफी गहरा था और ललीता की स्थिति नाजूक थी जिसे देखते हुए उसे प्रारंभिक उपचार के बाद अम्बिकापुर रेफर करने के लिए बतौली से एम्बुलेंस मंगाया गया था, इस दौरान ही उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने हाथी को बस्ती से बाहर खदेड़ा
इस दौरान चीख पुकार सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए और टॉर्च की रौशनी मारकर हाथी को बस्ती से बाहर खदेड़ा। घायल महिला व उसकी दोनों बेटियों को अस्पताल पहुंचाने संजीवनी एंबुलेंस बुलाया गया। सूचना के दो घंटे बाद रात करीब 1 बजे एंबुलेंस पहुुंची। तीनों को बगीचा अस्पताल पहुंचाया गया। ललिता की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दो दिन पहले तपकरा वन परिक्षेत्र में शादी समारोह से वापस लौट रहे बीएसएफ के रिटायर्ड जवान को हाथी ने कुचलकर मारा था। बादलखोल जंगल से लगे गांव में उक्त घटना से दहशत का माहौल है।वहीं शव पंचनामा व पीएम उपरांत मृतक के परिजनों को तात्कालिक मुआवजा राशि विभाग द्वारा दिए जाने की बात कही जा रही है।