कृष्ण से जुड़ी बातें बच्चों से की गई साझा : पुलिस अधीक्षक डी रविशंकर ने कहा कि प्रकृति प्रेम का प्रतीक है प्रकृति से हमें हवा पानी हरियाली सब कुछ देती है जिससे हमारा जीवन चलता है। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जैसे एक मां अपने छोटे नन्हे बच्चे का बड़े होने तक लालन पालन करती है उसी प्रकार पेड़ पौधों को पानी मिट्टी से संरक्षित करके सेवा जतन करके बड़ा करना होता है पेड़ जब बड़ी हो जाती है तो हमें फल और छाया देती है। उन्होंने कृष्ण से जुड़ी बातों की जानकारी बच्चों की बीच साझा किया उन्होंने कहा कि कृष्ण भगवान अपने लिए नहीं दूसरे के लिए जीते थे हमें में दूसरों की भलाई के लिए कार्य करना चाहिए। डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि जिले के नगरपालिका जशपुर के दरबारी टोली सहित अन्य नगर पंचायतो में भी कृष्ण कुंज विकसित किया गया है सभी नगरीय निकाय में लगभग एक एकड़ की भूमि में कृष्ण कुंज का निर्माण किया गया है साथ ही सभी आवश्यक तैयारिया पूर्ण की गई है। जहां बरगद, पीपल, नीम, कदंब जैसे अन्य सांस्कृतिक महत्व के जीवनोपयोगी वृक्षों का रोपण किया गया है।
महुआ चुनने ना लगाएं जंगलों में आग: कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की कृष्ण कुंज महत्वाकांक्षी योजना में शामिल है। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधों को संरक्षित रखने के जशपुर में कृष्ण कुंज निर्माण किया गया हैं और विभिन्न प्रकार के पौधे कृष्ण कुंज में लगाया गया। साथ ही निरंतर पौधे की निगरानी करने के लिए व्यस्था भी बनाई गई, उन्होंने लोगो को गोठान में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद का अधिक उपयोग करने के लिए कहा। क्योंकि रासायनिक खाद से पेड़ पौधों की उर्वरता शक्ति कम हो जाती है, उन्होंने बच्चों का उत्साह वर्धन करते हुए पेड़ों को सुरक्षित रखने का संदेश दिया। कलेक्टर ने महुआ बीनने के लिए जंगलों में आग नहीं लगाने के कहा महुआ बीनने के लिए साड़ी जाली या अन्य वस्तुओं का उपयोग करने के लिए कहा।
पेड़ पौधों की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनि भगत ने कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते सादरी भाषा मनमोहन सुंदर गीत भी प्रस्तुत किया। उन्होंने लोगों को अपने आस-पास अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। प्राकृतिक संरक्षण संवर्धन के लिए पेड़ पौधों की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है उसकी महत्व को बताया गया है। जनपद पंचायत अध्यक्ष कल्पना लकड़ा ने कृष्ण कुंज के माध्यम से पेड़ पौधों को संरक्षित करने की जानकारी दी गई।