पूरी घटनाक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए जशपुर के पुलिस अधीक्षक शंकर लाल बघेल ने बताया कि सप्ताह भर पहले निर्माण कंपनी शिवालया के मैनेजर को लेवी वसूली के नाम पर नागेश्वर के नाम से पत्र देकर 80 लाख रुपए की लेवी की मांग की गई थी। नागेश्वर ने पैसे नहीं देने की स्थिति में काम बंद करने के साथ मैनेजर और कर्मचारियों को गोली मारने की धमकी दी थी।
इस घटना से जिले में एक बार फिर से निर्माण कार्यों में लगे ठेकेदारों के बीच दहशत का माहौल कायम हो गया था। निर्माण कंपनी के मैनेजर को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद कंपनी ने थाना सिटी कोतवाली जसपुर में अपराध पंजीबद्ध कराया था, जिस पर थाने में अपराध क्रमांक 237/ 19 धारा 387 और 506 भारतीय दंड विधान पंजीबद्ध करने के उपरांत जशपुर एसपी शंकर लाल बघेल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उनैजा खातून के निर्देशन पर तत्काल एक टीम का गठन किया गया टीम को कुख्यात इश्तेहाक और उसके अन्य साथियों को दबोचने के लिए झारखंड रवाना किया गया था। जशपुर पुलिस लगभग सप्ताह भर तक रांची में इश्तेयाक के पुराने ठिकानों के संभावित स्थानों पर छापेमारी करती रही, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देकर अलग-अलग जगह बदलता रहा था।
इसी बीच जशपुर से गई पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि इश्तेयाक झारखंड से भागने की फिराक में है। इस पर बड़े सुनियोजित तरीके से वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर जशपुर पुलिस की टीम दो हिस्सों में बांट गई और सघन तलाशी और छापेमारी शुरू कर दी गई। दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि इश्तेयाक मांझा टोली की तरफ जा रहा है, रास्ते में पुलिस टीम ने इश्तेयाक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो, उसने अपने साथियों एवं खुद के मोबाइल से धमकी देना स्वीकार किया।
फरार छोटू यादव को पकडऩे टीम रवाना : जशपुर पुलिस अधीक्षक शंकर लाल बघेल ने बताया कि इस मामले में एक और फरार आरोपी छोटू यादव को गिरफ्तार करने के लिए जशपुर पुलिस की एक और टीम रवाना कर दी गई। कुख्यात अपराधी इस्तेयाक और उसके साथी को पकडऩे के लिए गठित की गई टीम में उप पुलिस अधीक्षक विकास पाटिल, इंस्पेक्टर विशाल कुजूर, सब इंस्पेक्टर हर्षवर्धन चौरासे और विकास शुक्ला, सहायक उपनिरीक्षक नसरुद्दीन अंसारी, प्रधान आरक्षक नसरुद्दीन खान, आरक्षक मुकेश पांडे, आरक्षक नंदलाल यादव, आरक्षक विनोद गुप्ता, आरक्षक यदुनाथ सिदार और आरक्षक शोभनाथ सिंह शामिल रहे।
जिले का निगरानीशुदा है आरोपी इश्तेयाक : एसपी बघेल ने बताया कि इश्तेयाक पर पूर्व में जशपुर सिटी कोतवाली में जनसुरक्षा अधिनियम, हत्या की कोशिश और अपहरण जैसे 10 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं। इसके अलावा चौकी सोनक्यारी एवं थाना सिटी कोतवाली जशपुर में 2 स्थाई वारंट भी है। इश्तेयाक के साथी के रूप में गिरफ्तार हुए होम लाल की मुलाकात इस्तियाक से 2010 में गुमला के जेल में हुई थी जिसके बाद से ही इस त्याग के लिए होम लाल गैंग बनाकर लेवी वसूली करने का कार्य करता था। होम लाल झारखंड के भरनो थाना एवं सिसई थाना तथा 2012 में बिलासपुर में डकैती एवं थाना चंदौली में हुए लूट की घटना में जेल जा चुका है। उसके संबंध में अन्य आपराधिक प्रकरणों का भी पता लगाया जा रहा है।
जेल का साथी होमलाल बन गया था सहायक : इस काम में इश्तेयाक का साथ दे रहे अन्य आरोपी होमलाल बरगा पिता फूलसाय, उम्र ३९ वर्ष निवासी धोंधा थाना चंदौली जिला सूरजपुर और छोटू छोटू यादव उम्र 24 वर्ष निवासी कल्याणपुर पटोरी थाना जिला सूरजपुर वारदात में शामिल होने की जशपुर पुलिस को जानकारी मिली। इश्तेयाक के कहने पर ही होमलाल और छोटू यादव ने धमकी भरा पत्र शिवालय कंपनी के पेवर मशीन के साइड में कंपनी के काम करने वालों को देना स्वीकार किया। आरोपियों से लोगों को धमकी दिए जाने वाले मोबाइल सिम के साथ ही पल्सर मोटरसाइकिल बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया।