आरक्षक की पिटाई के बाद बिगड़ा मामला : ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए थे कि दोषी पुलिस कर्मियों को उनके हवाले किया जाए, वे ही उन्हे सजा देंगे। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण थाने की गेट को तोडक़र अंदर जाने का प्रयास करने लगे। वहां मौजूद पुलिसकर्मी गेट के दूसरी ओर से उन्हे रोके हुए थे। पुलिस कर्मियों की संख्या कम होने के कारण ग्रामीण कुछ हद तक गेट खोलने में कामयाब हो गए और एक आरक्षक को बाहर खींचकर भीड़ उसे पीटने लगी। जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। जिसमें करीब दस ग्रामीणों को चोटें आईं। बाद में मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश होने और तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शांत हुआ।
सूचना पर पहुंचे आला अधिकारी : इधर हंगामा की खबर सुनकर एसपी एसएल बघेल, एएसपी उनैजा खातून, एसडीओपी नक्सल ऑपरेशन विकास पाटले, एसडीएम विजेंद्र पाटले कोतवाली पहुंच चुके थे। अधिकारियों ने काफी देर तक ग्रामीणों को समझाइश दी। लेकिन ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे और वे शव को वहां से ले जाना नहीं चाह रहे थे। बाद में जनप्रतिनिधियों ने आकर अधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों को समझाइश दी और कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया गया।
एसपी के सामने भिड़े विधायक व भाजपा नेत्री : लाठी चार्ज और हंगामे की खबर सुनकर राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य रायमुनी भगत भी वहां पहुंची। उसके बाद जशपुर के कांग्रेसी विधायक विनय भगत भी वहां पहुंच गए। थाने के अंदर ही एसपी के सामने दोनों नेता आपस में भिड़ गए। दोनों नेता एक दूसरे पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाने लगे। इस बीच दोनों ओर से नेताओं ने आपस में धमकी भी देना शुरु कर दिया। बाद में एसपी एसएल बघेल ने उन्हे शांत किया। इसके अलावा वहां पूर्व विधायक राजशरण भगत भी पहुंचे हुए थे। सभी जनप्रतिनिधियों ने मामले में समूचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
& पूरे मामले में कलक्टर ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जांच के आधार पर आए तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
श्ंकर लाल बघेल, एसपी
सूचना पर पहुंचे आला अधिकारी : इधर हंगामा की खबर सुनकर एसपी एसएल बघेल, एएसपी उनैजा खातून, एसडीओपी नक्सल ऑपरेशन विकास पाटले, एसडीएम विजेंद्र पाटले कोतवाली पहुंच चुके थे। अधिकारियों ने काफी देर तक ग्रामीणों को समझाइश दी। लेकिन ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे और वे शव को वहां से ले जाना नहीं चाह रहे थे। बाद में जनप्रतिनिधियों ने आकर अधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों को समझाइश दी और कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया गया।
एसपी के सामने भिड़े विधायक व भाजपा नेत्री : लाठी चार्ज और हंगामे की खबर सुनकर राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य रायमुनी भगत भी वहां पहुंची। उसके बाद जशपुर के कांग्रेसी विधायक विनय भगत भी वहां पहुंच गए। थाने के अंदर ही एसपी के सामने दोनों नेता आपस में भिड़ गए। दोनों नेता एक दूसरे पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाने लगे। इस बीच दोनों ओर से नेताओं ने आपस में धमकी भी देना शुरु कर दिया। बाद में एसपी एसएल बघेल ने उन्हे शांत किया। इसके अलावा वहां पूर्व विधायक राजशरण भगत भी पहुंचे हुए थे। सभी जनप्रतिनिधियों ने मामले में समूचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
& पूरे मामले में कलक्टर ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जांच के आधार पर आए तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
श्ंकर लाल बघेल, एसपी