जशपुर नगर

जशपुर सिटी कोतवाली का घेराव और उग्र प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने बरसाई लाठी, बिगड़ा माहौल

युवक का शव कोतवाली के सामने रख प्रदर्शन कर रहे थे ग्रामीण, कलक्टर ने दिए पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

जशपुर नगरMar 19, 2019 / 06:13 pm

Amil Shrivas

जशपुर सिटी कोतवाली का घेराव और उग्र प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने बरसाई लाठी, बिगड़ा माहौल

जशपुरनगर. जशपुर यातायात पुलिस की जांच से बचकर भाग रहे युवक के बाईक से गिरने और ब्रेन हैमरेज के बाद हुई मौत से नाराज मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह जशपुर सिटी कोतवाली में जमकर हंगामा मचाया। वाहन जांच के दौरान बाईक से गिरे युवक की मौत हो जाने के बाद ग्रामीण भडक़ गए थे। मामले की जांच और पुलिस कर्मी पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर परिजनों व ग्रामीणों ने शव को थाने के सामने रखकर प्रदर्शन किया। इसी बीच उग्र भीड़ थाने का गेट तोडक़र भीतर घुसने का प्रयास करने लगी। इसी दौरान भीड़ ने एक आरक्षक को पकडक़र पीटना शुरु किया। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया। पुलिस की लाठी चार्ज में करीब दस लोगों को चोटें आईं। बाद में पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए और समझाइश के बाद भीड़ शांत हुई। इस बीच कोतवाली मार्ग पर करीब चार घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम करीब 7 बजे सिटी कोतवाली पुलिस थाने के सामने वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान एक बाइक में यहां से करीब 3 किलोमीटर दूर पुरनानगर गांव का रहने वाला आनंद राम पिता शिवधनी राम अपने एक साथी के साथ बाइक में वहां से गुजर रहा था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसे रोकने के लिए लाठी से मारा। जिससे वह अनियंत्रित होकर गिर गया। जबकि पुलिस का कहना है कि पुलिस जांच के बचने के लिए भागते वक्त वह बाइक से गिरा था। इस घटना में उसे सिर में गंभीर चोट आई थी। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए परिजन उसे रांची ले गए थे। जहां ईलाज के दौरान रविवार को आनंद की मौत हो गई थी। रविवार को जैसे ही उसका शव गांव पहुंचा, ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा था। सोमवार की सुबह करीब 10 बजे बड़ी संख्या में ग्रामीण सिटी कोतवाली के पास एकत्र हो गए। बाद में ग्रामीणों ने आनंद के शव को भी थाने के पास ले आए। इसके बाद वहां हंगामा शुरु हो गया। ग्रामीण पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।

आरक्षक की पिटाई के बाद बिगड़ा मामला : ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए थे कि दोषी पुलिस कर्मियों को उनके हवाले किया जाए, वे ही उन्हे सजा देंगे। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण थाने की गेट को तोडक़र अंदर जाने का प्रयास करने लगे। वहां मौजूद पुलिसकर्मी गेट के दूसरी ओर से उन्हे रोके हुए थे। पुलिस कर्मियों की संख्या कम होने के कारण ग्रामीण कुछ हद तक गेट खोलने में कामयाब हो गए और एक आरक्षक को बाहर खींचकर भीड़ उसे पीटने लगी। जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया। जिसमें करीब दस ग्रामीणों को चोटें आईं। बाद में मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश होने और तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीण शांत हुआ।
सूचना पर पहुंचे आला अधिकारी : इधर हंगामा की खबर सुनकर एसपी एसएल बघेल, एएसपी उनैजा खातून, एसडीओपी नक्सल ऑपरेशन विकास पाटले, एसडीएम विजेंद्र पाटले कोतवाली पहुंच चुके थे। अधिकारियों ने काफी देर तक ग्रामीणों को समझाइश दी। लेकिन ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए थे और वे शव को वहां से ले जाना नहीं चाह रहे थे। बाद में जनप्रतिनिधियों ने आकर अधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों को समझाइश दी और कार्रवाई का भरोसा दिया। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया गया।
एसपी के सामने भिड़े विधायक व भाजपा नेत्री : लाठी चार्ज और हंगामे की खबर सुनकर राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य रायमुनी भगत भी वहां पहुंची। उसके बाद जशपुर के कांग्रेसी विधायक विनय भगत भी वहां पहुंच गए। थाने के अंदर ही एसपी के सामने दोनों नेता आपस में भिड़ गए। दोनों नेता एक दूसरे पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाने लगे। इस बीच दोनों ओर से नेताओं ने आपस में धमकी भी देना शुरु कर दिया। बाद में एसपी एसएल बघेल ने उन्हे शांत किया। इसके अलावा वहां पूर्व विधायक राजशरण भगत भी पहुंचे हुए थे। सभी जनप्रतिनिधियों ने मामले में समूचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
& पूरे मामले में कलक्टर ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जांच के आधार पर आए तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
श्ंकर लाल बघेल, एसपी
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.