बीती रात हाथी ने एक घर को अपना निशाना बना लिया। हाथी के द्वारा घर की दीवार तो तोड़े जाने से एक गर्भवती महिला दिवार में दब गई और उसका पैर टूट गया था। लेकिन बारिश के कारण क्षेत्र के विकास की पोल खुल जाने के कारण महिला को उपचार के लिए 14 घंटे के बाद अस्पताल में भर्ती कराया जा सका। बारिश में पुल के पास की सडक़ बह जाने के कारण महिला के घर तक एंबुलेंस नहीं पंहुच सका जिसके कारण घायल महिला को खाट में लेटा कर आधा किलोमीटर तक पैदल सफर करने के बाद महिला को एंबुलेस तक पंहुचाया गया।
मामला जिले के कुनकुरी विकासखंड के बरड़ाड की है। कुनकुरी ब्लाक के ग्राम पंचयात बरडाड़ के सरायटोली में शनिवार की रात एक हाथी ने दीवार तोड़ कर सो रही गृभवती महिला को घायल कर दिया। गृभवती महिला सरिता पति मल्लू कोरवा की शादी बगीचा के गुरमाकोना में हुई है। जो चार दिन पूर्व वह अपने पति के साथ अपने मायके आई हुई थी। शनिवार की रात को सरिता अपने पति और 3 साल के भाई के साथ सो रही थी उसी दौरान अचानक रात 9 बजे के करीब दंतैल हाथी ने उसके घर का दीवार तोड़ दिया था और दीवार सरिता के ऊपर गिरा जिससे उसका पैर टूट गया।
वहीं 3 साल के उसके भाई की जान बाल बाल बच गई। हाथी के द्वारा घर का दीवार को तोडऩे के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह हाथी को अपने गांव से बाहर खदेड़ा। वहीं घटना की सूचना मिलने पर कुनकुरी रेंज नारायणपुर के स्टाप तत्काल महिला के घर पंहुच गए थे और महिला के परिजनों को तत्काल ५ हजार रुपए की सहायता राशि देकर कुनकुरी होलीक्रास अस्पताल लेकर उपचार के लिए गए।
एक दंतैल क्षेत्र में मचा रहा है उत्पात : ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में अभी एक माह में जितने भी मौत एवं घटना हुई है और दर्जनों घरों को तोड़ा हूं। इसी दंतैल काम है यह दंतैल हाथी नाटा कद का है और बड़े बड़े दांत है आसानी से घरों के दरवाजे को तोड़ अंदर घुस जाता है और जान माल की हानि पहुंचाता है। यह हाथी बहुत खतरनाक हो चुका है इतनी घटना होने के बाद भी वन विभाग हाथी से बचाव को लेकर कोई गंभीर नहीं है।
टार्च की हुई मांग : ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग हाथी से बचाव को लेकर कोई सहायता नहीं कर रहा है। पहले तो हाथी से बचाव के लिए मशाल, फटाखे और टार्च दिया जाता था। वह अब बंद कर दिया गया है। अब कम से कम हाथी से बचाव और सुरक्षा को लेकर विभाग कम से कम टार्च तो दे जिससे हाथी को टार्च की सहायता से रात को वापस जंगल भेजा जा सके।
रास्ता टूटने से गाड़ी तक खाट में लाया गया : कुनकुरी जनपद के ग्राम पंचायत बरडाड़ में बच्छरांव जाने वाली सडक़ पर एक साल पूर्व ही पुल का निर्माण किया गया था और उसी पुल के किनारे गाड़ वाल का निर्माण किया गया था जो बारिश में बह गई। वहीं घायल महिला के घर तक सडक़ भी नहीं बना हुआ है। जिसके कारणे घर से दौ सौ मीटर दूर घायल गृभवती महिला को खाट में सुला कर टूटे हुए तटबंध ओर सडक़ को पार कर गाड़ी तक बहुत मुश्किल से पंहुचा गया और उसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। रास्ता खराब बौर तटबंध के टूटे हुए होने के कारण घायल महिला को 14 घंटा बाद कुनकुरी अस्पताल भेजा गया।
घटिया निर्माण की खुली पोल : इन दिनों पंचायतो में हो रहे काम की पोल पहली बारिश में ही खुलती नजर आ रही है। एक साल पूर्व बरडाड़ पंचयात के सरायटोली के पास बच्छरांव जाने वाली सडक़ पर पुल के साथ गाड़वाल का निर्माण किया गया था। जो शनिवार की बारिश में बह गई। ग्रामीण अब दबी जुबान से बोलने लगे है कि घटिया निर्माण की भी कोई सीमा होती है विकास के नाम से विनास देखने को मिल रहा है। ऐसे घटिया निर्माण को आखिर इंजीनियर कैसे पास कर देते है, यह सोचने वाली बात है। इसी घटिया निर्माण की वजह से तटबन्ध बहा ओर सडक़ का संपर्क टूट गया और घायल गर्भवती महिला को खाट में लेकर गाड़ी तक ले जाना पड़ा अगर यह सही होता तो किसी तरह घर तक गाड़ी लेकर पहुंचा जा सकता था।
& हाथी की हमले से महिला के घायल हो जाने और बारिश के कारण सडक़ बह जाने की जानकारी मुझे मिली है। पूर्व में हुए घटीया निर्माण के कारण ही सडक़ो की ऐसी स्थिति हो रही है। क्षेत्र में जितने भी घटीया निर्माण हुए हैं उसकी जांच कराई जाएगी। वहीं वन विभाग को ग्रामीणों की हर संभव मदद के लिए कहा गया है।
यूडी मिंज, विधायक कुनकुरी
टार्च की हुई मांग : ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग हाथी से बचाव को लेकर कोई सहायता नहीं कर रहा है। पहले तो हाथी से बचाव के लिए मशाल, फटाखे और टार्च दिया जाता था। वह अब बंद कर दिया गया है। अब कम से कम हाथी से बचाव और सुरक्षा को लेकर विभाग कम से कम टार्च तो दे जिससे हाथी को टार्च की सहायता से रात को वापस जंगल भेजा जा सके।
रास्ता टूटने से गाड़ी तक खाट में लाया गया : कुनकुरी जनपद के ग्राम पंचायत बरडाड़ में बच्छरांव जाने वाली सडक़ पर एक साल पूर्व ही पुल का निर्माण किया गया था और उसी पुल के किनारे गाड़ वाल का निर्माण किया गया था जो बारिश में बह गई। वहीं घायल महिला के घर तक सडक़ भी नहीं बना हुआ है। जिसके कारणे घर से दौ सौ मीटर दूर घायल गृभवती महिला को खाट में सुला कर टूटे हुए तटबंध ओर सडक़ को पार कर गाड़ी तक बहुत मुश्किल से पंहुचा गया और उसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। रास्ता खराब बौर तटबंध के टूटे हुए होने के कारण घायल महिला को 14 घंटा बाद कुनकुरी अस्पताल भेजा गया।
घटिया निर्माण की खुली पोल : इन दिनों पंचायतो में हो रहे काम की पोल पहली बारिश में ही खुलती नजर आ रही है। एक साल पूर्व बरडाड़ पंचयात के सरायटोली के पास बच्छरांव जाने वाली सडक़ पर पुल के साथ गाड़वाल का निर्माण किया गया था। जो शनिवार की बारिश में बह गई। ग्रामीण अब दबी जुबान से बोलने लगे है कि घटिया निर्माण की भी कोई सीमा होती है विकास के नाम से विनास देखने को मिल रहा है। ऐसे घटिया निर्माण को आखिर इंजीनियर कैसे पास कर देते है, यह सोचने वाली बात है। इसी घटिया निर्माण की वजह से तटबन्ध बहा ओर सडक़ का संपर्क टूट गया और घायल गर्भवती महिला को खाट में लेकर गाड़ी तक ले जाना पड़ा अगर यह सही होता तो किसी तरह घर तक गाड़ी लेकर पहुंचा जा सकता था।
& हाथी की हमले से महिला के घायल हो जाने और बारिश के कारण सडक़ बह जाने की जानकारी मुझे मिली है। पूर्व में हुए घटीया निर्माण के कारण ही सडक़ो की ऐसी स्थिति हो रही है। क्षेत्र में जितने भी घटीया निर्माण हुए हैं उसकी जांच कराई जाएगी। वहीं वन विभाग को ग्रामीणों की हर संभव मदद के लिए कहा गया है।
यूडी मिंज, विधायक कुनकुरी