निर्माण के 10 दिनों बाद ही धंसने लगा है नेशनल हाइवे, लापरवाही उजागर
जशपुर नगरPublished: Sep 09, 2019 07:24:22 pm
मनमानी: हाल ही में काईकछार से जशपुर के बीच जांच टीम ने किया था दरारों का निरीक्षण
निर्माण के 10 दिनों बाद ही धंसने लगा है नेशनल हाइवे, लापरवाही उजागर
जशपुरनगर. कटनी-गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 में जशपुर जिले में बन रहे शंख से कुनकुरी के बीच इस सड़क में निर्माण के हफ्ता 15 दिन के बाद निर्माणाधीन नेशनल हाईवे सड़क में दरार पडऩे और अब इस सड़क के कई स्थानों पर घंसने की खबरें आ रही हैं। रविवार को जिला मुख्यालय जशपुर से लगे ग्राम घोलेंग में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने इस सड़क की घंसने की तस्वीरें दिखाते हुए सड़क निर्माण कंपनी पर गुणवत्ताहीन सड़क बनाने पर कार्रवाई की मांग की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सुभाष कुमार बाखला अजय टोप्पों और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बनने के 10 दिन के बाद ही मोटी सीसी सड़क धंसने लगी है। उन्होंने आशंका व्यक्त की है कि निर्माण के तुरंत बाद ही सड़क का यह हाल हो रहा है तो आने वाले समय में सड़क का क्या होगा उन्होंने जिला कलेक्टर से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की है। जशपुर से होकर गुजरने वाली कटनी-गुमला नेशनल हाईवे ४३ में जिले के कुनकुरी के सलियाटोली से लोदाम के झारखण्ड की सीमा शंख तक शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाए जा रहे कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर विवादों का नया दौर शुरू हो गया है।
याद रहे कि घटिया निर्माण और नवनिर्मित सड़क में दरारें उभरने की शिकायत के बाद विभाग ने इस पूरे मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया है। जशपुर पहुंची इस टीम ने दो दिनों तक निर्माणाधीन सड़क की जांच की प्रक्रिया पूरी की। इस दौरान जशपुर के काईकछार के जशपुर के बीच कई स्थानों पर उभरे दरारों का निरीक्षण किया और कोर कटिंग कर नमूना एकत्र किया। 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट आने की बात जांच में पहुंचे अधिकारियों द्वारा कही जा रही है।
विदित हो कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता मापदंड का पालन ना करने और नवनिर्मित सड़कों पर रम्बल स्ट्रीप उभर आने की शिकायत विधायक यूडी मिंज ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से करते हुए इसकी जांच की मांग की थी। जांच के नाम पर विभाग ने विधायक श्री मिंज को कंसल्टेंसी एजेंसी की रिपोर्ट को थमा कर आल इज वेल होने का दावा किया था।
इस कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए विधायक ने इस पूरे मामले की जांच तीसरे पक्ष द्वारा कराए जाने की मांग की थी। इस पर विभाग ने उच्च स्तरीय जांच टीम का गठन किया था। इस टीम में कार्यपालन अभियंता वायके सोनकर, कंसल्टेंट एजेंसी ब्लूम इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट संजय अस्थाना को शामिल किया गया था। टीम के निरीक्षण के बाद अब इसकी रिपोर्ट और शासन स्तर से की जाने वाली कार्रवाई पर लोगों की नजर टिकी हुई।
सड़क की गुणवत्ता को लेकर लोग सशंकित
लेकिन इस भाग में सड़क निर्माण में हो रही गड़बड़ी और गुणवत्ता की अनदेखी से लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। निर्माण एजेंसी द्वारा सड़क के बुनियाद तैयार करने के लिए खोदे गए गड्ढे में चिकनी मिट्टी डाले जाने से भारी वाहन के चलने से इसके दबने की आशंका जताई जा रही है। जशपुर से कुनकुरी के बीच काईकछार और इसके आसपास में तैयार हो रहे सड़क में इस मिट्टी का बड़े पैमाने में उपयोग किया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक यह मिट्टी पानी पडऩे पर अत्यधिक नरम पड़ जाती है। जिससे सड़क धंस जाती है। निर्माण कार्य में मिट्टी के साथ मुरूम का उपयोग भी मापदंड के मुताबिक नहीं किया जा रहा है।
&मुख्य सचिव ने इस सड़क की जांच के लिए एक हाई पॉवर कमेटी बनाई है, जो कुछ दिनों पर पहले सड़क की जांच पर भी पहुंची थी। कमेटी की जांच में कुछ गड़बड़ी पाई गई तो कम्पनी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निलेश कुमार क्षीरसागर, कलक्टर जशपुर