जशपुर जिले में सबसे अधिक शराब की बिक्री जिला मुख्यालय जशपुर में हो रही है वहीं दूसरे नंबर में पत्थलगांव में शराब की बिक्री हो रही है। वहीं जिले में सबसे कम शराब की बिक्री लोदाम के शराब दुकान में है। नए वित्तीय वर्ष में लोदाम में नहीं लोगों को अब मिलेगी शराब : प्रदेश सरकार ने प्रदेश के कई शराब दूकानों को नए वित्तीय वर्ष में बंद करने का फैसला लिया है। प्रदेश सरकार जनसंख्या के हिसाब से अब दुकानों का संचालन करेगी। जिस क्षेत्र में जनसंख्या कम है उन स्थानों के शराब दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। जशपुर जिले में कम जनसंख्या वाले में लोदाम का शराब दुकान आ रहा है, जिसे १ अप्रैल से बंद कर दिया जाएगा।
पुलिस की निगरानी से बढ़ा राजस्व : दरअसल शराब को अबतक समाज के लिए एक बड़ी समाजिक बुराई की तौर पर देखा जाता रहा है। इसे लेकर बढ़ते अपराधों को ध्यान में रखते हुए पुलिस हमेशा शराब के अवैध विक्रेताओं पर लगातार नजर बनाए रखती थी। लेकिन वर्तमान में हालात बदल गए हैं। अवैध शराब कारोबारियों को लेकर पुलिस की सख्ती पहले की तुलना में अधिक बढ़ गई है। लेकिन शराबियों की धरपकड़ मामले में कार्रवाई लगभग शून्य कर दी गई है। चूंकि अगर शराबियों को पुलिस पकड़ कर उन्हें बेआबरू कर दे तो फिर सरकारी दुकानों पर संकट आ सकती है।