पहले भी दो बार टूट चुका है डेम- राज्य सभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव के पास अपनी मांग को लेकर आए ग्रामीण सिहासंन मिंज, प्रभात केरकेट्टा, बैशाखु राम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यह डेम दो बार पहले भी टुट चुका है। उन्होने बताया कि मिट्टी का पुराना बांध हो जाने के कारण २००५ में यह टुट चूका है इसके टुटने के बाद ग्रामीणों के द्वारा कई बार मांग किए जाने के बाद इसे विभाग के द्वारा २००६ में मरम्मत कराया गया था। इसके मरम्मत होने के बाद बाद २०११ में फिर भारी बारिश के कारण यह बांध टूट गया है। इस बांध के टूट जाने के बाद अब इस ओर विभाग के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने के कारण सात वर्षो से यह बांध ग्रामीणों के लिए बेकार हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के द्वारा यदि इस बांध की मरम्मत कर दी जाती है तो आने वाले समय में ग्रामीणों को इसका फायदा मिलेगा।