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सीमेंट गोदाम के सहायक मैनेजर का सरेराह अपहरण, जांच में जुटी पुलिस

locationजशपुर नगरPublished: May 09, 2019 10:56:16 am

Submitted by:

Murari Soni

अपराध: सालों से शांत रही जशपुर की फिजा में एक बार फिर पड़ी खलल

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सीमेंट गोदाम के सहायक मैनेजर का सरेराह अपहरण, जांच में जुटी पुलिस

जशपुरनगर. बीते कई वर्षो से शांत रहने वाले जिले में एक बार फिर आपराधिक गिरोह सक्रिय हो गए हैं। इन गिरोह के द्वारा आए दिन कोई ना कोई वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। आपराधिक गिरोह के सक्रिय हो जाने से जिले की पुलसिंग में भी अब सवाल उठने लगे हैं। आपराधिक गिरोह के द्वारा सरेआम सीमेंट गोदाम में सहायक मैनेजर के पद पर काम करने वाले 32 साल के युवक को मंगलवार की रात दो अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया
]पुलिस के आला अधिकारी मामले की पुष्टि कर रहे हैं, लेकिन जांच में जुटी जशपुर पुलिस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जशपुर जिले में लोदाम थाना अन्तर्गत साईटांगरटोली से मंगलवार की देर शाम अज्ञात बदमाशो ने सीमेंट व्यवसायी के मैनेजर सददाम हुसैन (३०) का अपहरण कर लिया। झारखंड राज्य का सीमावर्ती इस क्षेत्र में अज्ञात बदमाश कार और बाईक पर सवार होकर आऐ थे एवं मुख्य सड़क पर अपहरण की वारदात के बाद पास के कच्चे रास्ते से फरार हो गए।
अपहरण की पुलिस को सूचना के बाद सभी मार्गो पर घेराबंदी भी कर दी थी इसके बाद भी पुलिस को बदमाशों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
झारखंड सीमावर्ती इस कस्बे में पत्थलगांव का व्यवसायी मदन अग्रवाल का बड़ा सीमेंट गोदाम है। इसमें कार्यरत मैनेजर सददाम मंगलवार को सहयोगी कर्मचारी के साथ बाईक से वापस लौट रहा था। उसी दौरान बाईक और कार से आए अज्ञात बदमाशों ने मुख्य सड़क पर घेराबंदी कर केवल मैनेजर का अपहरण कर लिया और अपहरणकर्ता घटना के बाद समीप ही जंगल के कच्चे रास्ते से फरार हो गए। इस मामले में लोदाम थाना पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के विरूध्द मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन घटना के दूसरे दिन भी इस मामले में पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। साईंटांगरटोली गांव झारखंड की सीमा से सटा गांव है।
हालांकि बीते कुछ समय से झारखंड से लगने वाले इस क्षेत्र में इस प्रकार की कोई अपराधिक घटना नहीं हुई थी। न ही सूत्रों के अनुसार इस क्षेत्र में कोई नक्सली संगठन या स्थानीय गिरोह सक्रिय था। ऐसे में इस घटना ने पुलिस को भी चौकन्ना कर दिया है। आशंका जताई जा रही है कि इस घटना में जिले के नहीं बल्कि झारखंड के किसी संगठन का हाथ हो सकता है। हालांकि पुलिस जांच कर रही है।
पीएलएफआई पर भी शक की सूई
बताया जाता है कि वर्तमान में सीमावर्ती क्षेत्रों में पीएलएफआई का जोनल कमांडर वीरसाय सक्रिय है। जो जशपुर जिले में भी पांव पसारना चाहता है। इस घटना में उसके गिरोह का भी हाथ हो सकता है। हालांकि इस बारे में पुलिस अब तक खुल कर कुछ नहीं कह रही। पुलिस का कहना है कि हम किसी भी संभावना को नहीं छोड़ सकते। हर पहलू पर जांच की जा रही है और अपहृत की तलाश के लिए पुलिस की पार्टियां लगी हुई हैं। हालांकि समाचार लिखे जाने तक मैनेजर व अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग नहीं मिल पाया था।

एक माह पहले की थी लेवी की मांग
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अपहरण की घटना से एक माह पूर्व बदमाशों ने पीडि़त के पास फोन करके अपने सीमेंट व्यवसायी से बड़ी रकम लेकर उनके ठिकाने पर भेजने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन एक माह के बाद भी बदमाशों को लेवी की रकम नहीं मिलने पर मंगलवार की रात को मौका का फयादा उठाते हुए जब मैनेजर काम खत्म करने के बाद अपने घर जा रहा था उस दौरान उसका अपहरण कर लिया गया।
murari
–पुलिस हर दृष्टि से जांच कर रही है। अपहृत को छुड़ाने व अपहरणकर्ताओं की धर पकड़ के लिए अलग-अलग पार्टियां बनाई गई हैं। जो विभिन्न स्थानों में जाकर दबिश दे रही हैं।
एसएल बघेल, एसपी जशपुर

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