ग्रामीण अपने फायदे के लिए लगा रहे जंगलों में आग, वन अमला बेखबर
जशपुर नगरPublished: Mar 13, 2018 12:55:57 pm
ग्रामीण अपने फायदे के लिए लगा रहे जंगलों में आग
पत्थलगांव. महुआ का फल व तेंदु पत्ता के सीजन को देखते हुए इन दिनो जंगली क्षेत्र मे रहने वाले ग्रामीणो द्वारा अपने चंद फायदे के लिए जंगलो को आग के हवाले करना शुरू कर दिए हंै। इसके विपरीत वन विभाग के द्वारा बनाई गई वन प्रबंधन समिती सिर्फ कागजो मे ही जंगलो की सुरक्षा के ढोल पिटती नजर आ रही है। बताया जाता है कि गर्मी की शुरूवात होने पर महुआ के वृक्षो से इसके फल गिरने प्रारंभ हो जाते है जिसे उठाने के लिए ग्रामीण इन पेड़ो के नीचे आग लगाकर उस जंगल को साफ करते हैं। लेकिन ग्रामीणो के द्वारा महुआ फल उठाने के लिए लगाई गई आग धीरे-धीरे पूरे वनो को ही अपनी चपेट मे ले लेती है। इन दिनों यहां के जंगलो मे महुआ का फल गिरने की वजह से जंगलो मे रहने वाले ग्रामीण पेड़ के नीचे आग लगाकर इन फलो का संग्रहण कर रहे है। बताया जाता है कि यहां के ग्रामीणों के द्वारा इन फलो का संग्रहण कर उसे सुखाकर शराब बनाने के उपयोग मे लाया जाता है। यहां के जंगलो मे इन दिनो जगह- जगह ग्रामीणो के द्वारा लगाई गई आग का नजारा शाम ढलते ही आसानी से देखा जा सकता है। वही इन दिनो तेंदु पत्ता संग्रहण करने वाले ग्रामीण भी जंगलो मे आग लगाकर प्रकृति की हरितिमा का दोहन कर रहे है। लेकिन इसके बावजुद भी वन विभाग के कर्मचारी सिर्फ कार्यालयों मे बैठकर वनो की सुरक्षा के खोखले दावे कर रहे है।
आग से छोटे पौधों को हो रहा नुकसान- जंगलो मे प्रतिवर्ष ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा आग लगाकर महुआ का फल व तेंदु पत्ता का संग्रहण किया जाता है। लेकिन इसके बावजुद भी वन विभाग के नुमाईंदो के द्वारा वनो मे लगाई जाने वाली इस आग के रोकथाम के लिए कोई उचित उपाय नही किए जाते हंै। एक ओर जहां ग्रामीणों के द्वारा लगाई जा रही आग से जंगलो के छोटे पौधो के साथ बडे वृक्षो की भी हानि हो रही है।