क्या है पूरा मामला
आरोपी कॉलरी कर्मी अंबिकेश्वर सिंह ने आदिवासी नाबालिग बालिका को बंधक बनाकर अनाचार की घटना को अंजाम दिया था। बलात्कार करने के बाद आरोपी नाबालिग को एक निजी अस्पताल में गर्वपात कराने लेकर गया था। पीड़िता ने निजी अस्पताल में जबरन गर्भपात करने का आरोप लगाया है। मामले में आरोपी व एक महिला सह आरोपी के विरूद्ध अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
आरोपी कॉलरी कर्मी अंबिकेश्वर सिंह ने आदिवासी नाबालिग बालिका को बंधक बनाकर अनाचार की घटना को अंजाम दिया था। बलात्कार करने के बाद आरोपी नाबालिग को एक निजी अस्पताल में गर्वपात कराने लेकर गया था। पीड़िता ने निजी अस्पताल में जबरन गर्भपात करने का आरोप लगाया है। मामले में आरोपी व एक महिला सह आरोपी के विरूद्ध अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर चिरमिरी पुलिस मामले की जांच के लिए जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में गर्भपात कराने वाले अस्पताल पहुंची थी।अस्पताल में लगे सीसीटीवी के फुटेज, दस्तावेज सहित अन्य रेकार्ड जांच करने के बाद जब्त कर लिया गया है।
पुलिस टीम ने पीड़िता की मौजूदगी में अस्पताल के मेडिकल स्टाफ की पहचान भी कराई थी। हालांकि पुलिस निजी अस्पताल के डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं की है। जिससे शहर में चर्चा है कि गर्भपात करने वाला डॉक्टर फरार है। मामले में जानकारी मिली है कि अवैध तरीके से गर्भपात करने वाले डॉक्टर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए पहुंचे हैं। जिससे हाईकोर्ट ने पुलिस को केस डायरी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस टीम ने पीड़िता की मौजूदगी में अस्पताल के मेडिकल स्टाफ की पहचान भी कराई थी। हालांकि पुलिस निजी अस्पताल के डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं की है। जिससे शहर में चर्चा है कि गर्भपात करने वाला डॉक्टर फरार है। मामले में जानकारी मिली है कि अवैध तरीके से गर्भपात करने वाले डॉक्टर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए पहुंचे हैं। जिससे हाईकोर्ट ने पुलिस को केस डायरी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।