जिले के कुनकुरी से ओडि़सा जाने जाने वाली सडक़ पर शुक्रवार रात 9 बजे से जाम लग गया था। जिसके चलते रात से कई गाडिय़ां जाम में फंसी रही। बताया जाता है कि गुरुवार रात करीब 9 बजे सिंगीबहार के पास एक गड्ढे में ट्रक फंस गया था और इस ट्रक से साइड लेने के चक्कर में 2 ट्रक और फंस गए। रात में ट्रक निकालने की कोशिश नाकाम साबित हुई जिसके कारण जाम में फंसे ट्रक ड्राइवर सुबह का इंतज़ार करते रहे। जिसके कारण इस मार्ग में दोनो ओर वाहनों की लंगी कतार लग गई थी। वहीं जाम लगने पर मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पंहुचे थे। जिसके कारण यह रात को 9 बजे लगा जाम दुसरे दिन सुबह 12 घंटे के बाद खुल सका। शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने लोगों की परेशानी को देखते हुए सडक़ में लगे जाम को हटाने का ठान लिए थे। 12 घण्टे से झारसुगुड़ा स्टेट हाइवे पर ट्रक फंसने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शुक्रवार रात 9 बजे से लगे सडक़ जाम की खबर प्रशासन और पुलिस को नहीं लग पाई थी,जिसके कारण कोई भी अधिकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पंहुच सके थे। शनिवार की सुबह जाम में फंसे ट्रक चालकों की परेशानी, स्कूली बच्चों की परेशानी एवं बस यात्रियों की परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों ने अपने ट्रैक्टर से मुरुम लाकर सडक़ के गड्ढे की मरम्मत कर गड्ढे में फंसे ट्रक को निकाल आवागमन चालू किया गया। ग्रामीणों के मदद से रात 9 बजे लगे जाम को 12 घंटे के बाद खुल सका और अवागमन शुरू हो चुका।
कीचड़ में तब्दील हो जाता है एनएच
एनएच 43 के निर्माण का कार्य दो निर्माण ऐजेंसियों ने लिया है। एक निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पत्थलगांव से लेकर कांसाबेल तक का सडक़ निर्माण का कार्य लिया गया है, जो कुछ दिनों तक निर्माण कार्य करने के बाद अपना काम बंद कर ही यहां से फरार हो गया है। वहीं कुनकुरी से लोदाम तक का निर्माण कार्य दूसरे निर्माण ऐजेंसी ने लिया है जो सडक़ निर्माण का कार्य कर रहा है। कुनकुरी से लोदाम तक के चल रहे निर्माण कार्य के दौरान निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पहले सडक़ के एक हिस्से का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण सडक़ का एक हिस्से में पानी भर गया है और किचड़ की स्थिति निर्मित हो गई है। लोरो से लेकर कुनकुरी तक के मार्ग में भी इन दिनों सफर करना आसान नहीं है। वहीं बारिश होने के साथ ही कुनकुरी से लोरो तक की सडक़ में पूरी तरह से किचड़ में तब्दील हो जाती है।
एनएच 43 के निर्माण का कार्य दो निर्माण ऐजेंसियों ने लिया है। एक निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पत्थलगांव से लेकर कांसाबेल तक का सडक़ निर्माण का कार्य लिया गया है, जो कुछ दिनों तक निर्माण कार्य करने के बाद अपना काम बंद कर ही यहां से फरार हो गया है। वहीं कुनकुरी से लोदाम तक का निर्माण कार्य दूसरे निर्माण ऐजेंसी ने लिया है जो सडक़ निर्माण का कार्य कर रहा है। कुनकुरी से लोदाम तक के चल रहे निर्माण कार्य के दौरान निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पहले सडक़ के एक हिस्से का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण सडक़ का एक हिस्से में पानी भर गया है और किचड़ की स्थिति निर्मित हो गई है। लोरो से लेकर कुनकुरी तक के मार्ग में भी इन दिनों सफर करना आसान नहीं है। वहीं बारिश होने के साथ ही कुनकुरी से लोरो तक की सडक़ में पूरी तरह से किचड़ में तब्दील हो जाती है।
एनएच छोड़ राजमार्ग का कर रहे उपयोग
जशपुर जिले की एनएच की स्थिति खराब हो जाने के बाद लोगों के द्वारा एनएच का उपयोग काम कर दिया गया है। इन दिनों लोगों के द्वारा एनएच छोड़ कर राजमार्गो का उपयोग किया जा रहा है। जशपुर से रायपुर, बिलासपुर जाने वाले यात्री वाहन एनएच का उपयोग मात्र जशपुर से कुनकुरी तक ही कर रही हैं।कुनकुरी से तपकरा मार्ग ओडि़सा जाने के लिए मुख्य राजमार्ग है और दिन भर में इस रोड से सैंकड़ो गाडिय़ों का आना जाना लगा रहता है। एनएच 43 की स्थिति दयनिय हो जाने के बाद पत्थलगांव की ओर जाने वाली गाडिय़ां भी इसी रोड़ से होकर गुजर रही है जिसके चलते राजमार्ग की स्थिति भी अब जर्जर होने लगी है और भारी वाहनों के आवागमन के कारण सडक़ो में भी गड्ढे होने शुरु हो गए हैं।
जशपुर जिले की एनएच की स्थिति खराब हो जाने के बाद लोगों के द्वारा एनएच का उपयोग काम कर दिया गया है। इन दिनों लोगों के द्वारा एनएच छोड़ कर राजमार्गो का उपयोग किया जा रहा है। जशपुर से रायपुर, बिलासपुर जाने वाले यात्री वाहन एनएच का उपयोग मात्र जशपुर से कुनकुरी तक ही कर रही हैं।कुनकुरी से तपकरा मार्ग ओडि़सा जाने के लिए मुख्य राजमार्ग है और दिन भर में इस रोड से सैंकड़ो गाडिय़ों का आना जाना लगा रहता है। एनएच 43 की स्थिति दयनिय हो जाने के बाद पत्थलगांव की ओर जाने वाली गाडिय़ां भी इसी रोड़ से होकर गुजर रही है जिसके चलते राजमार्ग की स्थिति भी अब जर्जर होने लगी है और भारी वाहनों के आवागमन के कारण सडक़ो में भी गड्ढे होने शुरु हो गए हैं।