बूंदी उत्सव के तहत सोमवार अपराह्न तीन बजे बाद सीएडी परिसर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में जनप्रतिनिधि परम्परागत वेशभूषा पहनकर शामिल हुए। इस दौरान बालिकाएं कलश लेकर चल रही थी। कतारबद्ध बालिकाओं के साथ विभिन्न विद्यालयों के बालक-बालिकाएं अलग-अलग झांकियों के साथ शामिल हुए।
बूंदी उत्सव के तहत सोमवार अपराह्न तीन बजे बाद सीएडी परिसर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में जनप्रतिनिधि परम्परागत वेशभूषा पहनकर शामिल हुए। इस दौरान बालिकाएं कलश लेकर चल रही थी। कतारबद्ध बालिकाओं के साथ विभिन्न विद्यालयों के बालक-बालिकाएं अलग-अलग झांकियों के साथ शामिल हुए।
सद्भावना बढ़ाने वाली झांकी ने लोगों को जोडऩेका काम किया। विभिन्न वेशभूषाओं में झांकियां सजाई गई। परी रानी जहां परी लोक की आभा दिखा रही थी वहीं बिगड़ते पर्यावरण कर झांकी के माध्यम से लोगों को सावचेत रहने का संदेश दिया।
स्वच्छ भारत मिशन की झांकी में नृत्य करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया गया। सबसे आगे शहनाई बजाते लोग विभिन्न धुनें निकलता चल रहा था। नगाड़े ने उत्सवी रंग घोल दिया। डीजे में बजते लोग संगीतों में मंत्रमुग्ध होते लोग शामिल हुए।
परम्परागत वाद्य यत्रों के साथ शोभायात्रा में आधा दर्जन घोड़े सजधज कर चल रहे थे। इस दौरान जनभागीदारी का अभाव रहा।शोभायात्रा सीएडी से चल कर पुराने बस स्टेण्ड होती हुई मुख्य बाजार से चम्बल नदी पहुंची। इस दौरान पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।शोभायात्रा सीएडी से मुख्य बाजार पहुंची।
यह हुए शामिल
बंूदी उत्सव की शोभायात्रा में उपखंड अधिकारी सुनील आर्य, तहसीलदार धनराज शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष सुखदेव सिंह संधु, पार्षद मूलचंद बाथला, पंकज पाण्डे, संजय सैनी, मीनाक्षी मलिक, नरेन्द्र सिंह हुण्डल, हरमिन्द्र सिंह भाटिया, अब्दुल अजीज, योगेन्द्र शृंगी, गजेन्द्र सिंह हाड़ा ने भाग लिया।
जगमगा उठी चर्मण्यवती
बंूदी उत्सव की आभा में रंगे लोगों ने शाम को चर्मण्यवती में दीपदान कर महाआरती में भाग लिया। साढ़े पांच बजे चम्बल नदी में लोगों ने नावों से दीपदान किया तो चम्बल जगमगा उठी।
आकाश में तारों की भांति चम्बल नदी में दीपकों की शृंखला उतारी तो गंगा माता की जयकारों से वातावरण गूंज उठा। दीपदान के बाद केशव घाट पर चर्मण्यवती की की महाआरती के समय गंगाजी की आरती की गई।
शंख, झालरों की टंकारों के साथ पुजारियों ने सामूहिक आरती की। भगवान केशव व चर्मण्यवती के जयकारों के बीच आरती में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। मंदिर के पुजारियों ने सामूहिक आरती की। इस अवसर पर केशव घाट पर रंगोली बनाई गई। दीपकों की जगमग करती शृंखला के बीच आरती के दृश्य ने लोगों को भक्ति रस में डुबो दिया।