मुखबिर की सूचना पर थानाध्यक्ष अजीत कुमार सिंह व कांस्टेबल प्रदीप कुमार सिंह प्राइवेट वाहन से भोर में शेरवां बाजार के पास वांछित अपराधी की तलाश कर रहे थे। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि लूट के मामले में वांछित अपराधी प्रिंस अपने घर आया हुआ है। सूचना मिलते ही दोनों हीरापुर गांव पहुंच गए। वहां वे प्रिंन्स के मकान से लगभग सौ मीटर दूर ही गाड़ी बंद कर उसके दरवाजे पर पहुंचे।
दरवाजे पर देखा कि चारपाई पर मच्छरदानी लगाकर कोई सोया हुआ है। उसे जगाने लगे तो वे नींद में ही हड़बड़ी में भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने उसे पकडक़र उसका नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम प्रिंन्स सिंह बताया। बताया कि माँ से मिलने घर आया था। नींद लग गई तो यहीं सो गया। पुलिस उसे थाने लाकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वह जिले के बदलापुर, नेवडिय़ा थाना में कई संगीन घटनाओं को अंजाम दे चुका है। साथ ही सुल्तानपुर जिले में भी लूट जैसी घटना में शामिल है।
कोतवाल और दो दरोगा पर वारंट जारी वहीं दूसरी तरफ एक अन्य मामले में जिला न्यायालय द्वारा बार-बार तलब किए जाने के बावजूद भी गवाही के लिए उपस्थित न होने वाले एक कोतवाल और दो दरोगा के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। यह आदेश एफटीसी- 2 की अदालत ने जारी किया ।
जानकारी के अनुसार स्टेट बनाम असद और नियाज में गवाही देने के लिए कोतवाल परमहंस तिवारी जो वर्तमान में थाना चित्रहट जिला आगरा में तैनात हैं को गवाही देने के लिए अदालत में तलब किया था साथ ही दरोगा अजय सिंह जो वर्तमान में क्राइम ब्रांच भदोही में तैनात हैं को भी तलब किया गया था यह दोनों जफराबाद थाने में दर्ज एनडीपीएस के मुकदमे में गवाह हैं किंतु बार-बार सूचना देने के बावजूद भी गवाही के लिए न्यायालय में नहीं आ रहे थे।
स्टेट बनाम रंजीत यादव एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे में दरोगा विजय प्रताप सिंह जो वर्तमान में क्राइम ब्रांच आजमगढ़ जिले में तैनात हैं इनको भी गवाही देने के लिए तलब किया जा रहा है किंतु यह तीनों न्यायालय में गवाही देने के लिए उपस्थित नहीं आ रहे हैं इस बात को संज्ञान में लेकर न्यायालय ने कठोर रूप अख्तियार करते हुए तीनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध गैर जमानती वारंट व 350 सीआरपीसी की नोटिस जारी किया है ।