इतना नहीं कुमार विश्वास ने यहां तक कह डाला कि अपनी नाकामी का ठीकरा किसी दूसरे के सिर फोड़ कर प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। बतादें कि कुमार विश्वास मंगलवार को केराकत स्थित पार्वती पब्लिक स्कूल कुसरना के वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल होने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कुमार विश्वास ने कहा किसान खाद के लिए बैंक से कर्ज लेता है तो उसके दरवाजे पर जाकर बैंक का कर्मचारी बैठ जाता है जबकि हजारों करोड़ का कर्ज लेने वाला देश से सुरक्षित भाग निकला। इसके लिए सरकार दोषी है। उन्होंने यूपी की कानून व्यवस्था की स्थिति पर कहा कि इस समय यहां के मुख्यमंत्री द्वारा इनकाउंटर किये जाने की वाहवाही खूब ली जा रही है। लेकिन किसी अपराधी का एनकाउंटर कर देने से अपराध नहीं रुकेगा। शासन-प्रशासन की हनक एेसी होनी चाहिए कि अपराधी के दिलो-दिमाग में भय पैदा हो जाए।
इतना ही नही पत्रकारों से बातचीत में कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी में मची आंतरिक हलचल को भी खूब निशाने पर रखा। उन्होने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती का दावा करने वाले दल अपना आंतरिक लोकतंत्र खुद मजबूत नहीं करना चाहते। हम इसी व्यवस्था के खिलाफ राजनीति में आए हैं। पर जब कुमार विश्वास से दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति तथा दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केरीवाल की मौजूदगी में प्रमुख सचिव की आप विधायकों द्वारा पिटाई के बारे में पत्रकारों ने सवाल पूछे तो वो इन बातों के जवाब देने से बचते नजर आये।