इन्ही दिनों को बचपन से देखकर बड़े होने वालों में से हैं जौनपुर जिले के एक प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डा. शशि प्रताप सिंह। पिता सीआरपीएफ में नौकरी करते थे। कई घर में कई बार समस्यायें आतीं और बड़ी मुश्किल से उसका सामना परिवार के लोग कर पाते। शशि के मन में तब से ही सेना के जवान और उनके परिवार के लोगों की सेवा करने की लगन लग गई। बड़े हुए तो मेडिकल में जाने की ठान लिया। देखते ही देखते मशहूर डाक्टर बने जिले में शिवाय न्यूरो ट्रमा एंड सेंटर फार वूमेन हेल्थ नाम से अस्पताल की शुरूआत किया और इसी के जरिए सेना के परिवार वालों की मदद करने की पहल की है।
जी हां देश के रखवालों के सम्मान में शिवाय न्यूरो ट्रमा एंड सेंटर फार वूमेन हेल्थ अस्पताल ने नई पहल किया है। सेना के जवानों के परिवार व विधवाओं को मुफ्त उपचार की सुविधा दी जाएगी। वहीं सड़क हादसों में घायलों को स्वस्थ होकर घर जाते समय न सिर्फ सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा बल्कि उन्हें एक हेलमेट भी दिया जाएगा। रविवार को पत्रिका से बातचीत में प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डा. शशि प्रताप सिंह ने कहा कि मेरे पिताजी सीआरपीएफ के जवान थे। मैने सेना व अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों के परिवार की समस्याओं को नजदीक से देखा है। पिताजी की प्रेरणा से अस्पताल में सैनिकों के परिवारों को मुफ्त उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी। विधवाओं को भी इसी प्रकार का लाभ दिया जाएगा।
इसके अलावा गरीबों को उपचार में छूट की व्यवस्था है। आगे चलकर ऐसे लोगों के लिए अलग से बेड व एनआईसीयू आदि की भी नि:शुल्क सुविधा दी जाएगी। डा. सिंह ने बताया हादसों में त्वरित उपचार की सुविधा आवश्यक है। खासकर हेड इंजरी में अगर समय से आपरेशन हो जाए तो बचने की संभावना अत्यधिक होती है। जनपद में खुला पहला न्यूरो ट्रामा सेंटर जिंदगी और मौत से जूझ रहे लोगों को नया जीवनदान देगा। इसके अलावा महिलाओं की विभिन्न बीमारियों के उपचार और हाईरिक्स प्रेगेनेन्सी चिकित्सा महिला रोग विशेषज्ञ एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जन डा. प्रियंका सिंह चौहान द्वारा किया जाएगा।