बतादें कि भाजपा ने मछलीशहर सीट पर 2014 में राम चरित्तर निषाद को उम्मीदवार बनाया था। गोरखपुर मंडल के रहने वाले रामचरित्तर राजनाथ सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं। तब इस बात की चर्चा जोरों पर रही थी कि राजनाथ सिंह के वजह से ही भाजपा ने इन्हे मछलीशहर से उम्मीदवार बनाया है और इस बार पहले से ही ये कयास लगाये जा रहे थे कि राजनाथ से नजदीकी के कारण ही इनका टिकट कट सकता है। शायद यही हुआ भी।
क्षेत्र में कम संसद में खूब दिखे सांसद राम चरित्तर निषाद की बात की जाय तो सांसद बनने के बाद से ही क्षेत्र की जनता इस बात से नाराज रहा करती थी कि वो लोगों के बीच कम आते हैं। लेकिन संसद में उनकी उपस्थिति की बात की जाए तो बतौर सांसद 8 जनवरी, 2019 तक लोकसभा में उनकी उपस्थिति बेहद शानदार है। उनकी उपस्थिति 97 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 80 फीसदी है। वह लोकसभा में ट्रांसपोर्ट, कल्चर एंड टूरिज्म की स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य भी हैं। लोकसभा कार्यवाही के दौरान वह 22 बहस में हिस्सा ले चुके हैं। सवाल पूछने के नाम पर उन्होंने बाकी सांसदों को काफी पीछे छोड़ दिया है। सवाल पूछने के नाम पर राष्ट्रीय औसत 285 है जबकि उन्होंने 549 सवाल पूछे हैं. लोकसभा के अब तक 16 सत्रों में 9 बार उनकी उपस्थिति 100 फीसदी रही है।
मछलीशहर रिजर्व लोकसभा सीट है जिसके तहत पांच विधानसभा क्षेत्र मछलीशहर, मडियाहू, जाफराबाद, केराकत और पिंडरा आते हैं जिसमें 2 सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। यहां की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर भाजपा और उसके सहयोगी दल अपना दल एस का कब्जा है जबकि एक विधानसभा सीट पर 2017 में सपा की जीत हुई थी।