गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के आरा गांव निवासी जगजीत राजभर 35 वर्ष समीप के एक भट्टे पर मजदूरी का काम करता था। मृतक की बहन के मुताबिक भाई गुरुवार की रात 10 बजे भट्ठे पर जाने के लिए कह कर निकला था और सुबह उसकी लाश भकुरा गांव में मिली। मृतक की बाइक वहां से पांच सौ मीटर दूर जमुहाई मार्ग पर ब्रम्ह बाबा की कुटिया के पास मिली।
मौत की खबर सुन परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी कंचन और दोनों बच्चे मौके पर पहुंचे और पत्नी दहाड़ मारकर रोते हुए अचेत हो गई। वारदात की खबर के बाद आस-पास के गांव में सनसनी फैल गई। सैकड़ों की संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। जगजीत का गला पूरी तरह रेता हुआ था। और उसके बाएं हाथ के उंगलियों के पीछे चाकू के निशान थे। आशंका जताई जा रही है कि गला रेतते समय जगजीत ने गला पकड़ लिया होगा। जिससे उसके हाथ की उंगलियों में भी चाकू लग गया होगा।
खबर मिलते ही सीओ सदर विनय कुमार द्विवेदी फॉरेंसिक व डॉग स्क्वायड टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। फॉरेंसिक एक्सपर्ट मृतक के ब्लड और आसपास गिरे वस्तुएं के नमूने ले रहे थे। और डॉग मृतक के शरीर और बगल पड़ी एक शराब की शीशी सूंघने के बाद सीधे भकुरा आरा कच्चा मार्ग से मृतक के घर पहुंच गया। जहां पर पहले से काफी रक्त गिरे हुए थे। रक्त को ढ़कने के लिए लोगों ने गोबर की लिपाई कर दी थी।
input जावेद अहमद