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दूसरे दिन भी मूल्यांकन का बहिष्कार, शिक्षकों ने मांगा भीख

locationजौनपुरPublished: Mar 18, 2018 08:23:59 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

वित्तविहीन शिक्षकों के साथ जनपद में गठित संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा संकलन केन्द्रों पर जिला विद्यालय निरीक्षक से कहासुनी

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दूसरे दिन भी मूल्यांकन का बहिष्कार, शिक्षकों ने मांगा भीख

जौनपुर. माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों ने रविवार को दूसरे दिन भी बोर्ड कापियों के मूल्यांकन का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया। इस दौरान शिक्षकों ने भीख मांगकर एकत्रित पैसा मूल्यांकन केन्द्र पर कापियां जांचने आये शिक्षकों को फूलों के साथ देकर उन्हें वापस लौटा दिया। जिले के सभी संकलन केन्द्रों पर वित्तविहीन का एक भी शिक्षक बोर्ड की कांपियों का मूल्यांकन नहीं किया। वित्तविहीन शिक्षकों के साथ जनपद में गठित संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा संकलन केन्द्रों पर कांपियों का मूल्यांकन कराने के लिए आये जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा सुनी भी हुई।
वित्तविहीन शिक्षकों ने कोठार के सामने नारेबाजी करते हुए मूल्यांकन न करने की हिदायत देते हुए जमकर प्रदर्शन किया। जनक कुमारी इण्टर कालेज में माध्यमिक वित्तविहीन प्रधानाचार्य महासभा के प्रांतीय प्रधान महासचिव अखिलेश सिंह व जिला महामंत्री शरद कुमार सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने संकलन केन्द्र पर आए जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश शुक्ला से गमछा लेकर भीख मांगा।
शिक्षक नेताओं ने पूरे मूल्यांकन केन्द्र पर आए शिक्षकों से घूम-घूमकर भीख मांगा। सरस्वती बाल विद्या मंदिर इण्टर कालेज पर शिक्षकों को दबाव देकर मूल्यांकन कार्य कराने के लिए पहुंचे डीआईओएस के सामने ही शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी करना शुरू किया। वहां एक भी वित्तविहीन शिक्षक मूल्यांकन नही किया। यही हाल शिया व जीजीआईसी में भी था।
बीएनबी इण्टर कालेज मड़ियाहूं में उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं ने मूल्यांकन कार्य कराना चाहा। वहां भी शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष श्रधेय गुप्त के नेतृत्व में पूर्ण रूप से बहिष्कार किया। शिया इण्टर कालेज में जिलाध्यक्ष मंगरू राम मौर्या व जीजीआईसी में जिलाध्यक्ष राजेश मिश्र के नेतृत्व में वित्तविहीन शिक्षकों ने न तो मूल्यांकन किया और न ही करने दिया।
शिया इण्टर कालेज में आयोजित बैठक में प्रांतीय प्रधान महासचिव अखिलेश सिंह ने कहा बिना संघर्ष के मानदेय नही मिलने वाला है। वित्तविहीन शिक्षक तब तक कांपियों का मूल्यांकन नही करेंगे, जब तक सरकार उनकी मांगों को मान न ले। प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष छोटेलाल यादव ने कहा कि आगे की लड़ाई में प्रशासनिक अधिकारी मूल्यांकन कराने के लिए दबाव बनायेंगे, लेकिन हम उनके कोरी धमकियों से डरने वाले नही है।
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