गिरोह के जरिए ही बनाया डीजे ग्रुप एसओजी पूछताछ में सामने आया कि टीवी और फिल्मों के काम करने के झांसे में ही शिखा तिवाड़ी जैसी अन्य लड़कियां गिरोह के जाल में फंसी थी। सेक्स के जरिए बड़े कारोबारियों को ब्लैकमेल करने के गिरोह के खेल की जानकारी मिलने बाद शिखा ने गिरोह की अन्य सहेलियों के साथ मिलकर अपना डीजे ग्रुप बना लिया।
एसओजी का कहना है कि शिखा ने गिरोह के कहने पर ही डॉ. सोनी को जाल में फंसाया था, जिसकी एवज में उसे पांच लाख रुपए बतौर कमीशन दिए गए। एसओजी का मानना है कि पूछताछ में मिली जानकारियों की तस्दीक के बाद गिरोह के जाल में फंसे और भी बड़े कारोबारियों के नाम सामने आ सकते हैं।
नया साल मुंबई में मनाया पूछताछ में सामने आया कि पिछले साल 26 दिसंबर को गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद शिखा अपने डीजे ग्रुप के साथ मुंबई भाग गई और वहां नए साल की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रमों की बुकिंग कर नया काम शुरू कर दिया। इसके बाद शिखा मुंबई के अलावा दिल्ली, बेंगलूरु, चेन्नई सहित कई बड़े शहरों में लगातार अपने कार्यक्रम दे रही थी।
रेव पार्टियों में कर लेती थी टारगेट शिखा ने एसओजी को बताया कि उसके ग्रुप ने जयपुर के बाहरी इलाकों में स्थित फार्म हाउस में कई रेव पार्टियों का आयोजन भी किया है। इन पार्टियों में गिरोह के इशारे पर शिकार को चिह्नित कर लिया जाता था। गिरोह की लड़कियां चिह्नित शिकार को शराब के साथ-साथ विशेष प्रकार के ड्रग्स का नशा देकर पूरी तरह से अपने जाल में फांस लेती थीं। एसओजी ने शीघ्र ही रेव पार्टी करने वाले फार्म हाउसों के खिलाफ भी अभियान चलाने का दावा किया है। एेसे ही मामले में एसओजी पहले सेज थाना इलाके स्थित एक फार्म हाउस की तलाशी ले चुकी है।
दोनों से आमने-सामने पूछताछ रेव पार्टी और ड्रग्स सप्लाई के मामले में एसओजी ने गुरुवार को गिरफ्तार आरोपी शिखा और आकांशा को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। जांच अधिकारी का कहना है कि दोनों आरोपियों ने रेव पार्टी और ड्रग्स के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं, जिनकी तस्दीक करवाई जा रही है। यहां गौरतलब है कि गिरोह को चरस की सप्लाई करने वाली दो महिलाओं को एसओजी पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है।