परियत बाजार में अति प्राचीन हनुमान मंदिर है, मंदिर पर गडबडदास तीन दशक तक मंदिर पर बतौर महंत थे। उनकी तबीयत खराब होने पर वह घर चले गये थे, इस मंदिर में गुप्ता समाज के लोग पूजा अर्चना करते थे । गुप्ता समाज के पूर्वजों ने ही निर्माण करवाया था । इसी बीच अनुसूचित जाति के लोगों ने बनीडीह गांव थाना रामपुर के मखोधर को बतौर महंत यहां ले आये । अनुसूचित जाति के महंत देख स्थानीय लोग और गुप्ता समाज के लोग आक्रोशित हो गये और हंगामा करना शुरू कर दिया । देखते ही देखते मंदिर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और कुछ ही देर में हंगामा मच गया । सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया और थाना आकर मामले की सुलह की बात कही ।