गांव निवासी पुष्पा देवी ने कोर्ट में अर्ज़ी देकर आरोप लगाया कि टेंट व्यवसाई मनोज कुमार, शुभम आदि मनबढ़ व दबंग किस्म के हैं। मनोज ने बीती 18 जनवरी को उनके बेटे प्रदीप को टेंट में काम करने के लिए बुलाया था। कॉलेज जाने के कारण वह मनोज का काम नहीं कर सका। इस बात पर मनोज नाराज हो गया और धमकी दी कि इसका अंजाम बुरा होगा।
इसी रंजिश को लेकर 19 जनवरी को ही शाम 5 बजे मनोज लाठी व रॉड लेकर प्रदीप को जान से मारने के लिए घर पर चढ़ आए। गाली का विरोध करने पर पुष्पा को भी मारने के लिए दौड़ा लिया। जान बचाने के लिए वह घर में भागी तो आरोपित घर में घुसकर लाठी व राड से पीटने लगे। उनको बचाने प्रदीप व पड़ोसी आए तो उन पर भी जानलेवा हमला कर दिया। मारपीट से पुष्पा बेहोश हो गई।होश में आने के बाद अपने बेटे व पड़ोसियों के साथ जफराबाद थाने में सूचना देने गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
28 जनवरी को डीएम को प्रार्थना पत्र देने पर पीड़िता, उसके बेटे व पड़ोस के धीरज का मेडिकल सरकारी हॉस्पिटल जफराबाद में हुआ। एसपी ने भी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। कोर्ट ने प्रथम दृष्टया मामला संगीन पाते हुए आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया।कोर्ट के आदेश पर एफ आई आर दर्ज हुई है।
By Javed Ahmad