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डेंगू से ऐसे करें बचाव, जाने क्या हैं लक्षण

locationजौनपुरPublished: Jun 30, 2018 12:30:48 pm

बचाव एवं रोकथाम के लिए कुछ उपाय कर डेंगू से बचा जा सकता है।

dengue symptoms and Prevention

डेंगू से ऐसे करें बचाव, जाने क्या हैं लक्षण

जौनपुर. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रामजी पांडेय ने बताया कि माह जुलाई को डेंगू रोधी माह के रूप में मनाया जाना है। डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए कुछ उपाय कर डेंगू से बचा जा सकता है। उन्होंने रोग के कुछ मुख्य लक्षण बताए हैं जिसमें अकस्मात तेज ज्वर, सिरदर्द, आंख में दर्द, मांसपेशियों में दर्द तथा कमर में दर्द। उपरोक्त लक्षण के समस्त रोगियों को संभावित डेंगू बुखार का रोगी मानना चाहिए।
यह एक वायरल रोग है जो मादा एडीज एजिप्टी मच्छर द्वारा अस्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति तक फैलता है। एडीज मच्छर थोड़े से साफ पानी में पैदा होता हैं इस रोग से बचाव हेतु घर में कूलर, बाल्टी, घड़े के पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलते रहें, गड्ढों में जहां पानी इकट्ठा हो तो उसमें मिट्टी भर दे, यदि मिट्टी डालना संभव ना हो तो उस गड्ढे के पानी में कुछ मिट्टी का तेल या डीजल डाल दें, सोते समय यथासंभव मच्छरदानी का प्रयोग करें, शरीर पर नीम का तेल या सरसों के तेल का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन की कमीज तथा मोजे आदि का प्रयोग करें, बालक, बालिकाओं को स्कूल जाते समय पूरे आस्तीन का कपड़ा, मोजे एवं जूते पहनाए, घर तथा आसपास के वातावरण को स्वच्छ एवं साफ रखें, बुखार होने पर पेरासिटामॉल की गोली खिलाए, रोगी के गंभीर होने की दशा में निकट के राजकीय चिकित्सालयध्प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराएं।
जनपद चिकित्सालय में डेंगू की जांच के लिए किट उपलब्ध है तथा रोगियों के उपचार के लिए पृथक रूप से वार्ड स्थापित किया गया है। घर में कूलर, गमले, टायर, खाली बर्तन, नारियल खोल, छत पर खुली टंकिया, बेकार टिन, खाली बोतलें में पानी एकत्र न होने दें, घर के आसपास पानी इकठ्ठा न होने दें, जहां तक संभव हो खुले बदन एवं बिना मच्छरदानी के न सोयें, अप्रशिक्षित डॉक्टर के पास रोगी को उपचार हेतु न ले जाएं। उन्होंने जनपद वासियों से अपील किया है कि बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है बुखार आने पर जिला चिकित्सालय में निदान एवं उपचार कराएं।
INPUT जावेज अहमद

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