पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में हत्या व लूट की कई घटनाओं को अंजाम देने वाले सुपारी किलर गिरोह के सदस्यों की तलाश में एसटीएफ काफी दिनों से लगी थी। ये रूपये लेकर किसी की भी बेरहमी से हत्या कर देते थे। एसएसपी अभिषेक सिंह ने अपनी सभी टीमों को इनका सुराग लगाने के लिए निर्देशित किया। इलाहाबाद फील्ड इकाई के निरीक्षक अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में लगी एक टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि, गिरोह के सदस्य मुंगराबादशाहपुर की ओर किसी सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने जा रहे हैं।
सूचना मिलते ही एसटीएफ ने गोविंददास ओवर ब्रिज के पास घेराबंदी कर दी। तभी दो बाइक पर सवार चार लोग आते दिखाई दिए तो टीम ने रूकने का इशारा किया। इस पर सभी मुड़ कर भागने लगे। हड़बड़ाहट में बाइक फिसल गई तो उस पर सवार एक बदमाश गिर पड़ा। बाकी तीनों भाग निकले। पुलिस को आता देख बदमाश ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम बक्शा थानांतर्गत नरी गांव निवासी विपिन कुमार सिंह उर्फ मोनू बताया। खुलासा किया कि, सुपारी लेकर उसने अपने साथियों प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा थानांतर्गत महुली निवासी सत्येंद्र, अंकित सिंह, विक्रमपट्टी निवासी नंदन सिंह, चिलावा निवासी अवधेश के साथ मिल कर रामपुर थाना क्षेत्र निवासी बबलू की हत्या की थी। अब इनका गिरोह बक्शा थानांतर्गत भूतहा गांव निवासी सुनील सिंह की हत्या करने जा रहा था।
इसके बाद प्रतापगढ़ के सांगीपुर निवासी एक व्यक्ति और सोनभद्र के एक बालू ठेकेदार राजन सिंह की हत्या होनी थी। गिरोह रंगदारी वसूलने का भी काम करता था। रूपये न मिलने पर फायरिंग कर दहशत भी फैलाता था। इसमें कई जिलों के शॉर्प शूटर शामिल हैं। एसपी केके चौधरी ने बताया कि, मुठभेड़ में बदमाश को पकड़ा गया है। बाकियों की तलाश चल रही है।
input- जावेद अहमद