बता दें कि घर के बगल खेत में शौच को निकली 16 वर्षीय किशोरी को गांव के ही तीन दबंग मनचलों ने दबोच लिया। मुंह दबा कर सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास कर ही रहे थे कि उसके मुंह से हाथ हट गया। शोर मचाने पर मां चिल्लाते हुए खेत की ओर दौड़ी। उसको आता देख आरोपी वहां से फरार हो गए। किशोरी घर पहुंची तो उसने खुद पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा ली। उसकी चीख-पुकार सुनते ही मां दौड़ कर वहां पहुंची। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। सौ नंबर और थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची लेकिन कागजी कोरम ही पूरा करती रही। आरोपियों का नाम पता चलने के बाद भी उन्हें हिरासत में लेने के बजाय तहरीर का इंतजार किया जाता रहा।
देर रात पीड़िता के चाचा ने गांव के ही करिया यादव, अभिषेक यादव, व नन्हका यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो तीनों की तलाश शुरू की गई लेकिन तब तक सभी फरार हो चुके थे। आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की पुलिस ने मामले की जांच करने में ही काफी देर लगा दी इतनी देर में आरोपी घर छोड़ कर भाग निकले। कोतवाल सिद्धार्थ मिश्रा ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम लगी है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
input- जावेद अहमद