जौनपुर

खुशखबरी: पूर्वांचल विश्वविद्लाय में पांच वर्षीय बीए एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश इसी सत्र से

पाठ्यक्रम की मान्यता के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय का दौरा किया

जौनपुरSep 08, 2018 / 07:49 pm

Ashish Shukla

खुशखबरी: पूर्वांचल विश्वविद्लाय में पांच वर्षीय बीए एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश इसी सत्र से

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित पांच वर्षीय बीए एलएलबी पाठ्यक्रम की शुरुआत इसी सत्र से प्रस्तावित है। पाठ्यक्रम की मान्यता के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय का दौरा किया। बार काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से गठित छ सदस्यीय टीम के चेयरमैन मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्याय मूर्ति वीरेंद्र दत्त ध्यानी रहे।
कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने समिति के सभी सदस्यों का विश्वविद्यालय की तरफ से स्वागत किया। उन्होंने टीम के सदस्यों को विश्वविद्यालय से जुड़ी तमाम जानकारियां दी। समिति ने संकाय भवन स्थित विधि संकाय के एक- एक कक्ष का निरीक्षण किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इसके साथ ही विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय का अवलोकन किया। जहां पाठ्यक्रम से सम्बंधित पुस्तकों, शोध पत्रिकाओं आदि की जानकारी हासिल की। पाठ्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह ने समिति के सदस्यों को आवश्यक जानकारी दी।
बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिलने के बाद विश्वविद्यालय इसी सत्र से पांच वर्षीय बीए एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित करेगा। पाठ्यक्रम के लिए 120 सीटें प्रस्तावित है। कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एम के सिंह, प्रो मानस पांडेय, प्रो अजय द्विवेदी,प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव, डॉ मनोज मिश्र, डॉ सुरजीत यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ राज कुमार सोनी, डॉ के एस तोमर, डॉ पुनीत धवन ,डॉ मनीष गुप्ता, डॉ मनोज पांडेय, संजय श्रीवास्तव,अशोक सिंह ,संजय शर्मा ,श्याम श्रीवास्तव,सुशील प्रजापति समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
 

एनएसएस से सामाजिक परिवर्तन संभव: कुलपति

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में कुलपति प्रोफेसर डॉ राजाराम यादव ने कार्यक्रम अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से हम सामाजिक परिवर्तन ला सकते हैं। हम अपने आस-पास के गांव का चित्र बदलने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों की चर्चा पूरे देश में है। राज्य संपर्क अधिकारी डॉक्टर अंशुमाली शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम अधिकारियों को स्मार्ट बनने की जरूरत है। अपने स्वयं सेवक सेविकाओं में ऊर्जा का संचार करते रहे।
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