सुबह छात्रा ऑटो से विश्वविद्यालय पहुंची थी। इंजीनियरिंग कॉलेज के पास उतर कर समय से थोड़ा पहले ही वह क्लास में पहुंच गई। उस वक्त क्लास में कोई और छात्र-छात्रा नहीं थे। तभी अचानक दो युवक वहां आ धमके। उसको अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास करने लगे। उसके कपड़े भी फाड़ कर अलग कर दिए। छात्रा चीखने लगी तो सभी वहां से भाग खड़े हुए। कुछ देर बाद अन्य छात्राएं वहां पहुंची तों उसकी हालत देख सन्न रह गईं।
पूछने पर उसने आपबीती सुनाई। घटना की जानकारी अन्य छात्रों को हुई तो भीड़ जुटने लगी। धीरे-धीरे सभी में आक्रोश फैलने लगा। किसी ने इसकी जानकारी विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों को दी तो उनके हाथ-पांव फूल गए। भाग कर छात्रों के पास पहुंचे और उनको शांत कराया। छात्रों ने आरोप लगाया कि गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात हैं, इसके बावजूद बाहरी युवक बगैर रजिस्टर पर इंट्री किए कैसे भीतर आ गए। आइबीएम भवन में लगे अधिकांश सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं।
सिर्फ तीन रूम के कैमरे ही काम कर रहे हैं। इनसे सिर्फ लाइव रिकार्डिंग होती है। इसमें भी स्टोरेज की कोई व्यवस्था न होने से विभाग के अंदर युवकों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। विभागध्यक्ष डा. अविनाश ने मामले की जानकारी चीफ प्रॉक्टर डा. संतोष कुमार को दी। टीम ने वहां पहुंच कर हालात का जायजा लिया। विभागीय अधिकारी और विश्वविद्यालय चैकी इंचार्ज सुरेश कुमार दुबे विश्वविद्यालय मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरे से बदमाश युवकों के रिकार्ड खंगालने में जुटे हुए हैं।
input- जावेद अहमद