scriptकई घरों में चल रही अवैध पटाखा बनाने की फैक्ट्री | Illegal cracker factory running in many houses in jaunpur | Patrika News

कई घरों में चल रही अवैध पटाखा बनाने की फैक्ट्री

locationजौनपुरPublished: Oct 15, 2019 09:54:59 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

प्रशासन भी बीते दिनों हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से कोई सबक नहीं ले रहा है

Illegal cracker factory

प्रशासन भी बीते दिनों हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से कोई सबक नहीं ले रहा है

जौनपुर. दीवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में पटाखों का कारोबार शुरू हो गया। नियम-कानून को ताक में रखकर कई घरों में अवैध पटाखा बनाने की फैक्ट्री चल रही हैं। पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं होने के कारण इन अवैध पटाखा फैक्ट्रियां आसपास के लोगों के लिए मौत का सामान साबित हो रही हैं। वहीं, प्रशासन भी बीते दिनों हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से कोई सबक नहीं ले रहा है।
पटाखा फैक्ट्री और दुकान आबादी के करीब एक किलोमीटर दूर होनी चाहिए। बिजली सप्लाई के लिए खींचे गए तारों के आसपास दुकानों को लाइसेंस नहीं मिलना चाहिए। अग्निशन और पुलिस की एनओसी के बाद ही लाइसेंस जारी किया जाना चाहिए। पटाखा फैक्ट्री या दुकानदार को आतिशबाजी का अनुभव प्रमाणपत्र होना चाहिए। पटाखों में बारूद, तारकोल और सल्फर के केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। इससे पटाखे से चिंगारी, धुआं और आवाज निकलता है। इनके मिलने से प्रदूषण होता है।
पटाखा बनाते समय बारूद के कण अक्सर हवा के साथ फेफड़ो में पहुंच जाते हैं। इससे कई बीमारियां भी पैदा हो जाती हैं, जो बच्चों और बड़ों पर काफी असर डालती है। पटाखा दुकानदारों को दुकान पर धूम्रपान निषेध लिखना जरुरी है। साथ ही क्रय-विक्रय रजिस्टर भी रखना और उसमें क्रेता का नाम अंकित करना भी जरुरी है। दुकान पर गैस सिलेंडर, लैंप, लालटेन, मोमबत्ती, अगरबत्ती, धूम्रपान का प्रयोग वर्जित होना चाहिए। दुकानों पर पानी और बालू से भरी बाल्टी रखना जरुरी है। पटाखा दुकानों पर आग बुझाने के पर्याप्त साधन होने चाहिए।
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