गांव निवासी सूबेदार यादव का बेटा प्रियांशू (14) बीते 12 फरवरी की दोपहर घर से लापता हो गया था। परिवार के लोगों को पहले लगा कि वह गांव के ही बच्चों के साथ कहीं खेलने गया होगा। शाम तक वापस नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू हो गई। देर रात तक उसका कुछ पता नहीं चला। थक हार कर परिजन 15 फरवरी को थाने पहुंच गए। थाने में गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।
मंगलवार दोपहर बाद उसकी मां रंगीला देवी घर से सटे हुए खपरैल में रखी उपली और लकड़ी निकालने गयी थी। वहां लकड़ी और उपली के नीचे एक शव पड़ा देख चीख पड़ी। शोर मचा तो मौके पर ग्रामीण जुट गये। फिर लकड़ी हटाकर शव बाहर निकाला गया तो वह प्रियांशु का निकला। शव देख परिवार में हाहाकार मच गया। लोग जिस्म पर पड़े चोट के निशान देख उनकी बर्बर हत्या का अंदाज़ा लगा रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस और डॉग स्क्वायड ने सुराग़ तलाशे, लेकिन कामयाब नहीं हुए।
BY- JAVED AHMED