श्यामबचन उर्फ मुन्ना का आठ वर्षीय पुत्र रणदीप स्कूल से पढ़कर आया और मड़हे में बैग रखकर सो गया। कुछ ही देर बाद मड़हे में अज्ञात कारणों से आग लग गयी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। उसमें सोया हुआ रणदीप जलने लगा तो आहोर मचाया। आसपास के ग्रामीण मड़हे में आग देख उसे बुझाने में जुट गए।
कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक रणदीप की मौत हो चुकी थी। आग लगने के बाद उसकी बड़ी बहन जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है शोर करते हुए भागी, लेकिन लोग समझ नहीं पाए। ग्रामीणों ने सूचना दी तो मौके पर पुलिस पहुंच गई।