तीन भाइयों ने मारी गोली इस सम्बन्ध में मुल्जिम के भाई अखिलेश गिरी ने बताया कि उनके भाई मिथिलेश गिरी की आज 302 के एक मामले में पेशी थी। जेल से उन्हें लाकर सीजेएम कोर्ट ले जाया जा रहा था। उसी समय गोली चलने की आवाज आई तो भाई ने कहा कि कोई पटाखा फोड़ रहा है क्या पर तब तक मेरी नजर चला रहे श्रवण पर पड़ गई थी और मैंने भाई को नीचे गिरा दिया। श्रवण यादव के साथ वीरेंद्र और अंकित यादव भी थे।
दोबारा गोली मारने के बाद दबोचा अखिलेश ने बताया कि श्रवण ने दोबारा फायर किया तो मैंने उसे दबोच लिया। इसपर अधिवक्ताओं ने जमकर उसकी पिटाई कर दी। अखिलेश ने बताया कि इस गोली काण्ड में मिथिलेश और सूर्य प्रताप राय को गोली लगी है जिन्हे पुलिस ने एडमिट करवाया है।
दो राउंड हुआ फायर वहीं चश्मदीद गवाह अधिवक्ता एनवी सिंह ने बताया कि अचानक दोपहर में दो राउंड गोली चली तो मैंने उस तरफ देखा तो पुलिस कस्टडी में मुल्जिम पर फायर किया गया था। ऐसे में तत्परता दिखाते हुए पुलिस के जवानों ने मुल्जिम को बचा लिया।