वाराणसी। पीएम मोदी ने वाराणसी में गरीब रिक्शाचालकों से मन की बात की। उन्होंने कहा, ‘मुझसे नाराज हो जाना, लेकिन बच्चों को पढ़ाई से मत रोकना। शिक्षा से बच्चे गरीबी दूर कर देंगे।’ मोदी ने कहा कि गरीब को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी है। गरीब व्यक्ति भी कम परिश्रम से ज्यादा कमा सकता है। काशी का पहला परिचय रिक्शावालों से होता है। पैडल रिक्शा को ई-रिक्शा में बदला जाएगा। ये बातें उन्होंने छावनी के मल्टीपरपज ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं। पीएम मोदी एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट पर सीएम अखिलेश और राज्यपाल रामनाईक ने उनका स्वागत किया।
नौ साल की सोनम ने मोदी को सुनाई गीता
डीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस में मोदी से मिलने के लिए नौ साल की सोनम पहुंची। सोनम ने मोदी की भगवद गीता की कुछ लाइनें सुनाई। बताते चलें कि वाराणसी के सुंदरपुर इलाके की रहने वाली सोनम को गीता कंठस्थ है। वह क्लास 5 की स्टूडेंट है। उसके पिता सदाब्रज पटेल टीचर और मां गृहणी हैं। सोनम ने मोदी से मिलने के लिए वाराणसी स्थित संसदीय ऑफिस में आवेदन दिया था, जिसकी ऑफिस ने स्वीकृति दे दी थी। मोदी से मिलने के बाद सोनम काफी खुश नजर आई।
काशी से बहनों ने सबसे ज्यादा भेजी राखी
मल्टीपरपज ग्राउंड में मोदी ने कहा कि वे काशी की माताओं और बहनों को प्रणाम करते हैं। इस बार काशी की बहनों ने सबसे ज्यादा राखी भेजी हैं। काशी में रक्षाबंधन पर सुरक्षाबंधन मनाया गया। काशी के विकास में गति आएगी और नई पहचान बनेगी। मोदी ने बच्चों की पढ़ाई पर जोर देते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहिए। अनुशासन से जिंदगी बदली जा सकती है। गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे खोले गए हैं। 50 साल का काम 50 महीने में पूरा करुंगा। जनधन योजना के तहत 18 करोड़ खाते खोले गए हैं, जिसमें अब तक 30 हजार करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। गरीबों ने 30 हजार रुपए से ज्यादा रुपए बैंक में जमा किया है।
स्किल डेवलपमेंट से दूर करेंगे गरीबी
मोदी ने केंद्र पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 40-50 सालों से गरीबों के कल्याण की बातें सुनते हैं। गरीबों की माला जपना परंपरा बन गई है। गरीबी मुक्ति अभियान चलाना है। पिछले अभियानों से देश को कुछ नहीं मिला है। गरीबों के जीवन में सुधार नहीं आया है। गरीब व्यक्ति भी बच्चों को अच्छा जीवन देना चाहता है। स्किल डेवलपमेंट से गरीबी को दूर करेंगे। हुनर से आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। किराए पर रिक्शा चलाने वालों को ई-रिक्शा दिया गया है। इससे उनका जीवन सुधेरगा।