यह दावा करते हुए क्षेत्राधिकारी नृपेन्द्र ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि प्रदीप ने पूछताछ के दौरान बताा कि वह 14 साल सउदी अरब में रहकर डेढ़ करोड़ अपनी मां को भेजा, मां ने अकबरपुर में अपने नाम जमीन खरीद लिया और बचे रूपये अपने नाम खाते में जमा कर दिया। जब वह घर वापस आया और शादी के बाद रूपया मांगने लगा तो देने से मना कर दिया गया। मां ने धमकी दिया कि पुश्तैनी जमीन छोटे भाई सुनील के नाम कर देगी। तब उसने मित्र संदीप मौर्य पुत्र नत्थनपुर जलालपुर के साथ मिलकर पिता के हत्या की साजिश रची और आठ अगस्त को पिता को अपने मित्र के घर बेलाव घाट ले गया और वहीं गला रेतकर हत्या करने के बाद लाश जंगल में फेक दिया।
अभियुक्त का सहयोगी संदीप मौर्या मलेशिया भाग गया अगर पुलिस ने प्रदीप को गिरफ्तार न किया होता तो वह भी मलेशिया भागने के फिराक में था। घटना का आनवरण करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक जफराबाद पर्व कुमार सिंह, उपनिरीक्षक मनोज कुमार सिंह शामिल रहे।