रामलीला मैदान में वर्ष 1996 में रामलीला समिति की सहमति से नगर पालिका परिषद व वन विभाग ने तुलसी उद्यान पार्क का निर्माण कराया था। उक्त निर्माण के समय पालिका और वन विभाग दोनों ने इस बात को लिखित रूप से कहा था कि इसकी देखरेख की जिम्मेदारी उनके पास रहेगी। भूमि का स्वामित्व रामलीला समित का ही रहेगा। इसी पार्क में बीते 24 अक्टूबर को प्रदेश सरकार के नगर विकास राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने सुपर डीलक्स सुलभ शौचालय का शिलान्यास किया। चार दिन पूर्व शौचालय का निर्माण का काम शुरू हुआ तो रामलीला समिति के अध्यक्ष श्यामजी गुप्ता ने बगैर विश्वास में लिए समिति की जमीन पर शौचालय बनाए जाने पर एतराज जताया। निर्माण कार्य रोकने से संबंधित प्रार्थना पत्र प्रशासनिक अधिकारियों को भेजा। पत्र के माध्यम से उन्होंने समिति के स्वामित्व पर जबरन आघात करने का आरोप लगाया। चेतावनी दी थी कि अगर प्रशासन निर्माण कार्य नहीं रुकवाता है तो तीन नवंबर को नगर पालिका परिषद कार्यालय के परिसर में आत्मदाह कर लेंगे।
इस बात को लेकर शाम करीब चार बजे रामलीला समिति के मुख्य मार्ग स्थित भवन पर बैठक शुरू हुई। इसमें प्रशासन पर समिति की भावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाया गया। शाम करीब छह बजे वे अचानक कार्यालय भवन से बाहर आकर सड़क पर आ गए। जब तक लोग कुछ समझ पाते खुद पर केरोसिन छिड़क लिया। किसी तरह लोगों ने उनको पकड़ा। लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है।
By- Javed Ahmad