हम बात कर रहे हैं शिवपाल सिंह यादव की बेहद करीबी रहीं जौनपुर की सपा नेता व अखिलेश यादव सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संगीता यादव की। संगीता यादव को रविवार की देर रात आग से गंभीर रूप से झुलसी हुई हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि इसके पीछे पारिवारिक कारण बताए जा रहे हैं और मायके वालों ने संगीता के ससुरालियों पर ही दहेज के लिये उत्पीड़न करने और जान से मारने की कोशिश का इल्जाम लगाया है। पर पुलिस अभी तक इस मामले में तहरीर न मिलने के चलते कोई मुकदमा दर्ज नहीं कर सकी है। फिलहाल संगीता गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
जानिये कौन हैं संगीता यादव संगीता यादव समाजवादी पार्टी में जौनपुर से बड़ा नाम रही हैं। इन्हें अखिलेश यादव सरकार में ललित कला अकादमी का चेयरमैन बनाकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बनाया गया था। कुछ ही दिनों में संगीता यादव का कद बढ़ने लगा था। सपा में महिला नेता के तौर पर वह उभर रही थीं। इसी दौरान आया 2017 का विधानसभा चुनाव। इस चुनाव के पहले ही समाजवादी पार्टी में पारिवारिक लड़ाई छिड़ गयी। भतीजे अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच राजनीतिक विरासत को लेकर जंग हुई। इसमें संगीता यादव को नुकसान उठाना पड़ा। संगीता यादव को शिवपाल सिंह यादव खेमे का माना गया।
जब शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की तो जौनपुर जिले से संगीता यादव का भी कैंडिडेट लिस्ट में नाम था। संगीता को बदलापुर से टिकट दिया गया था। पर अखिलेश यादव ने जब समाजवादी पार्टी पर कब्जा कर लिया तो उन्होंने फिर लिस्ट जारी की और संगीता का टिकट शिवपाल के करीबी होने के चलते काट दिया गया।
By Javed Ahmad