वन विभाग के एसडीओ ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों की मदद से शव को सम्मान के साथ बाग में ही दफन करा दिया। ग्रामीणो की माने तो कुछ लोग मक्के के दाने में बेहोशी की दवा मिलाकर फेंक देते हैं। दाना खाते ही मोर अचेत हो जाते हैं। फिर शिकारी उन्हें उठा ले जाते हैं। दरअसल गांव के संतोष दुबे सुबह अपनी बाग में गये तो वहां एक मोर मरा दिखाई दिया। जब उन्होंने अगल बगल नजर दौड़ाई तो कई शव पड़े दिखाई दिए। इसकी सूचना लगते ही लोग वहां जमा हो गये। मौके पर पहुचे थानाध्यक्ष दुर्गेश्वर मिश्रा ने इसकी सूचना चिकित्सक और वन विभाग को दिया। चिकित्सक ने मोर के शव का शल्य चिकित्सा कर आवश्यक अंग को निकाल प्रयोगशाला भेज दिया।
BY- JAVED AHMED